नोएडा: सेक्टर-18 से 61 तक बने एलिवेटेड रोड की जांच के लिए IIT रुड़की की टीम आई हुई थी। यह टीम 10-12 दिन में इसके स्ट्रक्चर और सतह की मजबूती जांचकर जा चुकी है। अब इसकी रिपोर्ट 25 दिन में आने की उम्मीद है। अक्टूबर में अथॉरिटी ने स्ट्रक्चरल स्ट्रेंथ की जांच कराई थी। इससे तस्वीर साफ नहीं हुई थी। इसके बाद आईआईटी के ही सुझाव पर स्ट्रक्चर और सरफेस की मजबूती को ये जांच कराई गई है। नोएडा अथॉरिटी ने उखड़ रही एलिवेटेड रोड और अन्य खामियों के कारण इसकी जांच कराने का फैसला लिया है।
विश्वभारती पब्लिक स्कूल से शॉप्रिक्स मॉल सेक्टर-61 तक यह एलिवेटेड रोड 4.8 किमी की दूरी में बना है। इसके लिए करीब 480 करोड़ रुपये का भुगतान अथॉरिटी से हुआ है। इसका निर्माण 15 अक्टूबर 2014 को शुरू हुआ था। 14 अक्टूबर 2017 डेडलाइन थी। 2017-18 में इसे ट्रैफिक के लिए खोला गया था। इस एलिवेटेड रोड से जिस गुणवत्ता की उम्मीद अथॉरिटी को थी, वह हासिल नहीं हुई। कई जगह सड़क उखड़ रही है और लोहा भी ऊपर आ गया है।
नोएडा अथॉरिटी का पक्ष है कि प्रॉजेक्ट पूरा होने के 5 साल तक डिफेक्ट लायबिलिटी पीरियड रहता है। इस दौरान सड़क उखड़ने या अन्य कोई कमी आने पर उसे दुरुस्त करवाने की जिम्मेदारी निर्माण एजेंसी की होती है। एजेंसी ने ऐसा नहीं करवाया। इसलिए अथॉरिटी ने जांच करवाने का फैसला लिया है। एजेंसी ने भी कुछ दिन पहले एलिवेटेड रोड के एक्सपेंशन जॉइंट की मरम्मत कराई है।
More Stories
बीज के नाम पर अन्नदाता से छल, बांट दिया घुन लगा, बोवनी के लिए चिंता हो रही किसान
Chirag Paswan झारखंड में 23 नवंबर के बाद ‘डबल इंजन’ सरकार बनेगी
Raipur: झूठे आरोपों से तंग आकर ऑटो मैकेनिक ने घर में फांसी लगाकर कर ली खुदकुशी, सुसाइड नोट में सामने आई ये बात