अनिल सिंह, बांदा: बुंदेलखंड में कर्ज और मर्ज से परेशान किसानों की आत्महत्या का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला यूपी के बांदा जिले का है। जहां सड़क दुर्घटना में घायल किसान इलाज में तीन लाख का कर्जदार हो गया, जिससे घर की आर्थिक स्थिति खराब हो गई। इसी वजह से परेशान होकर किसान ने साड़ी से फंदा लगाकर मौत को गले लगा लिया।
जिले के कालिंजर थाना क्षेत्र के परसहर गांव के मजरा बरियारपुर निवासी श्याम बहादुर पटेल (55) ने गुरुवार को कमरे के अंदर लकड़ी की धन्नी से साड़ी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना के समय परिवार के लोग खेतों में काम करने के लिए गए हुए थे।
मृतक के बड़े पुत्र दिनेश ने बताया कि पिता एक साल पहले सड़क दुर्घटना में घायल हो गए थे, जिससे उनके दोनों हाथ पैर टूट गए थे। उनका सतना मध्य प्रदेश में इलाज चल रहा था। इलाज के दौरान दो बार ऑपरेशन भी हुआ था। इलाज के लिए कर्ज भी लेना पड़ा। आर्यावर्त बैंक से एक लाख कर्ज लिया गया था, जबकि साहूकार से दो लाख कर्ज लिया गया था। इसके बाद भी उनके हाथ पैर सही नहीं हुए। अभी भी इलाज चल रहा था, जिसे घर की स्थिति खराब हो गई। इसी बात से परेशान होकर पिता ने यह आत्मघाती कदम उठाया है। मृतक के पास मात्र 5 बीघा जमीन थी।
इस बारे में कालिंजर थानाध्यक्ष नरेश प्रजापति ने बताया कि मौके पर पहुंचने पर प्रथम दृष्टया आत्महत्या का मामला पाया गया है। परिजनों के मुताबिक इलाज में कर्ज लेना पड़ा, जिससे परेशान होकर किसान ने यह कदम उठाया है।
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