सोहगीबरवा वन्य जीव प्रभाग के शिवपुर यूनिट के सीमावर्ती वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के धनहिया रेता वन कक्ष संख्या एम 26 से सटे तेंदुए का शव मिला। वहीं रमपुरवा गांव से सटे लगभग 200 मीटर की दूरी पर गन्ने के खेत में मिट्टी में धंसा बाघ का शव मिला।
मुख्य वन संरक्षक डॉ निशा मणि ने बताया कि बाघ को करंट लगाकर मारने की संभावना ज्यादा है। क्योंकि, जहां बाघ को मारा गया है, वहां उसके ऊपर से बिजली का तार गया हुआ है। गन्ने के खेत में उसे मिट्टी में धंसा दिया गया था। बाघ की मौत के कारणों की जानकारी पोस्टमार्टम के बाद ही मिल पाएगी। पहले भी बाघ और तेंदुए की मौत शिकारियों द्वारा तार बिछाने के कारण हो चुकी है।
More Stories
पंजाब बागवानी निर्यात के लिए वैश्विक बाजार तलाशेगा: भगत
ग़रीबों के सेवानिवृत्त बांड्ज़ेंट के घर में चोरी … पोर्टफोलियो और डी ग़रीबों को भी ले जाया गया
Assembly Election झारखंड में दूसरे चरण की 38 सीटों पर थमा प्रचार…