यूपी के उन्नाव जिले में आगरा से लखनऊ की ओर जा रही कार एक्सप्रेस-वे पर औरास थाना क्षेत्र में अनियंत्रित होकर डिवाइडर ग्रिल तोड़ते हुए दूसरी लेन में जाकर लखनऊ की ओर से आ रही कार में टकराकर पलट गई। शुक्रवार को हुए हादसे में बाराबंकी निवासी कार चालक, उनकी पत्नी, बेटी, सास और साली की मौत हो गई। जबकि मृतक दंपती के दो बेटों सहित तीन लोग घायल हुए थे। पुलिस और यूपीडा की रेस्क्यू टीम ने सभी को स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। डॉक्टर ने पांच को मृत घोषित करते हुए गंभीर रूप से घायल तीन बच्चों में दो को लखनऊ केजीएमयू रेफर किया था। घायलों में दो और लोगों ने दम तोड़ दिया। एक ही परिवार के आठ लोग आगरा ताजमहल घूमने गए थे। जिसमें सात लोगों की मौत हो चुकी है।
एक्सप्रेस-वे पर हुए हादसे में मृतक दिनेश कुमार की कार के आगे ट्रक चल रहा था। उनकी कार के पीछे दो और कार थीं। मृतक के बेटे लक्ष्यवीर के मुताबिक पीछे चल रही तेज रफ्तार कार ओवरटेक करने के लिए मेरी कार में टक्कर मारकर निकल गई। इससे कार अनियंत्रित हो गई और दूसरी लेन में जाकर कार से टकराकर पलट गई।
बदहवास है सीएचसी में भर्ती लक्ष्यवीर
पलक झपकते ही माता, पिता, बहन, नानी और मौसी को हमेशा के लिए खो देने वाले लक्ष्यवीर बदहवास है। औरास सीएचसी में भर्ती लक्ष्यवीर अपने आसपास किसी परिचित को न देख बदहवास है। वह टकटकी लगाए छत को निहारता रहा। वह बार-बार अपनों की याद कर सिसक रहा है और स्वास्थ्य कर्मी उसे बहलाने की कोशिश करते रहे। उसने बताया कि पापा मेरी जिद पर ताजमहल दिखाने ले गए थे। मेरी एक जिद ने सबकुछ छीन लिया।
लखनऊ टोल प्लाजा पर पकड़ी गई टक्कर मारने वाली कार
एक्सप्रेस-वे पर हुए हादसे में मृतक दिनेश कुमार की कार में पीछे से जिस गाड़ी ने टक्कर मार थी। उसे लखनऊ टोल प्लाजा पर पकड़ लिया गया है। कार चला रहा युवक गुड़गांव का रहने वाला है वह कार से अकेला लखनऊ जा रहा था। एसओ ने बताया कि उसे थाने लाया जा रहा है। उसकी गलती होगी तो आगे की कार्रवाई की जाएगी।
डॉक्टर स्वास्थ्य कर्मी रहे अलर्ट
एक्सप्रेस-वे पर हुए हादसे में पांच की मौत और कई घायलों की सूचना से सीएचसी के डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी पहले ही अलर्ट हो गए थे। चार एंबुलेंस से आठ घायलों को सीएचसी लाया गया था। इसमें पांच को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया था। घायलों में दो और लोगों ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। सीएचसी प्रभारी डॉ. अनूप तिवारी ने बताया कि घायलों में भर्ती लक्ष्यवीर की हालत में सुधार है। वह परिवार में अकेला रह गया।
बाल-बाल बचा सुभाष का परिवार
लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर हुए हादसे में लखनऊ से वृंदावन बांके बिहारी के दर्शन करने जा रहे एक पेंट कंपनी के डीलर सुभाष अग्रवाल (55) का परिवार बाल-बाल बच गया। उनके साथ पत्नी शीला (50), बेटी पूजा ( 28), पौत्री आध्या, प्रिशा और पौत्र अनमोल भी था। सभी बच गए। घटना के सभी ईश्वर का नाम लेते रहे। उनकी कार क्षतिग्रस्त होने से उसे थाने में खड़ा कराया गया। दूसरे वाहन से उन्हें घर भेजा गया।
एक घंटे प्रभावित रहा यातायात
एक्सप्रेस-वे पर हादसे के बाद करीब एक घंटे तक यातायात प्रभावित रहा। क्षतिग्रस्त वाहनों को दुर्घटना स्थल से हटाने के साथ ही सफाई कराई गई। साथ ही संकेतक लगाए गए। इस दौरान गुजर रहे अन्य वाहनों को धीरे-धीरे गुजारा गया। थोड़ी थोड़ी दूर पर सिपाहियों को लगाया गया था। ताकि वाहन धीरे से निकाले जाएं। करीब एक घंटे बाद एक्सप्रेस-वे पर यातायात सामान्य हो पाया।
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