गाजीपुर: सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओपी राजभर ने अखिलेश यादव पर जोरदार हमला किया है। उन्होंने स्वामी प्रसाद मौर्य को सपा का राष्ट्रीय महासचिव बनाने पर बयान देते हुए कहा कि अखिलेश यादव दगे कारतूस इकट्ठा करने वाला राजनेता है। राजभर के अनुसार अखिलेश ने स्वामी प्रसाद मौर्य सरीखे नेताओं को लेकर 2022 में हुए विधानसभा का चुनाव लड़े थे और हार गए थे। उन्होंने कहा, स्वामी प्रसाद मौर्य बसपा में थे तो रामायण की चौपाई, दोहे गड़बड़ नहीं थे। बाद में स्वामी प्रसाद मौर्य रामम शरणम गच्छामि हो गए।
उन्होंने कहा कि मौर्य ने बेटी को सांसद बनाया, खुद मंत्री बन गए। स्वामी प्रसाद मौर्य इस बात को लेकर आशान्वित थे कि सपा की सरकार बनेगी। हालांकि ऐसा नहीं हुआ। अब वह उल्टे-सीधे बयान देकर अपनी पहचान के संकट को दूर कर रहे है। राजभर के अनुसार मौर्य सत्ता लोलुप राजनेता है। उन्होंने कहा कि सपा ने कई जाति को अपनी कार्यकारिणी में जगह नहीं दिया है।
धर्म के खिलाफ बोलने पर होगी कार्रवाईओपी राजभर ने सवालिया अंदाज में कहा कि कि अखिलेश यादव किस धर्म को मानते हैं? राजभर ने कहा कि अखिलेश सनातन धर्म नहीं मानते तो पूजा करने कहां जा रहे थे। क्या अखिलेश मस्जिद, मंदिर या गुरुद्वारे में जा रहे थे? ओपी राजभर ने कहाकि सपा जब सत्ता में रहती है तो सब धर्म मानती है। अखिलेश यादव जब सीएम थे तो धर्म में उनकी आस्था रहती थी। सपाई कुछ करने वाले नहीं, बस ढोल लेकर चिल्लाएं, यही वह कर सकते है। स्वामी प्रसाद मौर्या पर एफआईआर दर्ज होने पर भी ओपी राजभर ने बताया दिया। उन्होंने कहा कि देश कानून और संविधान के दायरे में चलता है। संविधान के अनुसार सभी धर्म को सम्मान से जीने और रहने की इजाजत है। जब कोई किसी धर्म के खिलाफ कोई बोलेगा तो उस पर कानूनी कार्यवाही होगी।
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