हमीरपुर: उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में कुंवारों लोगों ने पहली बार अनोखी पहल करते हुए रडुवा भोज का आयोजन किया। इसमें शादीशुदा लोगों के लिए नो इन्ट्री लगाई गई थी। कुंवारों युवकों ने निमंत्रण कार्ड भी घर-घर बांटे और अल्टीमेटम भी दिया कि सिर्फ लोग ही कार्यक्रम में आए।
हमीरपुर जिले के सरीला क्षेत्र के अतरौली गांव में यह अनोखी पहल पहली बार की गई जिसमें गांव के कुंवारों और रडुवा लोगों को सामूहिक भोजन पर निमंत्रण घर-घर बांटे गए थे। रडुवा भोज कराने वाले गांव के सत्तू यादव ने कार्यक्रम के अध्यक्ष के तौर पर निमंत्रण कार्ड छपवाया। इसमें चुरमुट नामदेव का नाम कार्यक्रम के उपाध्यक्ष के तौर पर छपा था। निमंत्रण कार्ड पूरे गांव में घर-घर बांटे गए। रडुवा भोज के लिए ऐसे लोगों को आमंत्रित किया गया जो रडुवा और कुंवारे है।
रडुवा भोज का आयोजन गांव के युवकों ने भूपेन्द्र राजपूत के ट्यूबवेल पर किया जहां पहले रडुवा और कुंवारों ने ढोलक और मजीरे बजाकर खूब धमाल किया। फिर इसके बाद जमीन पर बैठकर सभी ने सामूहिक रूप से भोजन किया। पहली बार गांव में हुए रडुवा भोज कार्यक्रम का वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है जिसे लोग कमेंट भी कर रहे है।
रडुआ भोज हुआ आयोजित
कुंवारों व रडुवा लोगों को ही बांटे गए थे निमंत्रण कार्ड
सामूहिक भोज का आयोजन कराने वाले सत्तू यादव ने बताया कि गांव में इस तरह का सामूहिक कार्यक्रम पहली बार हुआ है जिसमें पूरे गांव में घर-घर निमंत्रण कार्ड बंटवाए गए थे। कार्ड में भी साफ तौर पर चेतावनी दी गई थी कि इस भोज में सिर्फ कुंवारे और रडुवा लोगों की ही इन्ट्री रहेगी। बताया कि गांव के बड़ी संख्या में कुंवारे युवक और बुजुर्गों ने इस भोज में शामिल होकर खूब मजा किया है। सामूहिक भोज से पहले कुंवारों और रडुवा लोगों ने गाने गाकर जमकर धमाल किया।
रिपोर्ट-पंकज मिश्रा
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