बांदा: यूपी के बांदा में मजदूर के बेटे को पैरों का ऑपरेशन कराना था। वह पिता से 20 हजार रुपये की व्यवस्था करने की मांग कर रहा था, लेकिन पिता इतनी बड़ी धनराशि नहीं जुटा पाया, जिससे क्षुब्ध होकर बेटे ने खुदकुशी कर ली। मामला जिले के देहात कोतवाली अंतर्गत ग्राम जौरही का है।
ग्राम जौरही निवासी ब्रजकिशोर (40) पुत्र बद्री विशाल प्रसाद अपनी मां के साथ दिल्ली में रहकर मजदूरी करता है। 6 माह पहले 3 मंजिला मकान में काम करते समय गिर जाने से उसके दोनों पैर टूट गए थे। पैरों में स्टील के राड पड़े हैं। गुरुग्राम में इन पैरों का ऑपरेशन होना था। उसने अपने पिता से ऑपरेशन के लिए 20,000 रुपये मांगे थे, लेकिन पिता ये रकम नहीं जुटा पाया। बेटा डेढ़ माह पहले अपने गांव आ गया था। गुरुवार को उसने अपने कमरे में फांसी लगा ली। यह देखते ही पिता ने शोर मचाया। बाद में पड़ोसियों की मदद से उसे नीचे उतारा गया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
इस बारे में मृतक के चाचा राममिलन विश्वकर्मा ने बताया कि ब्रजकिशोर मकानों में पेंटिंग का काम करता था। उसी दौरान एक तीन मंजिला मकान से गिर गया था, जिससे उसके दोनों पैर टूट गए थे। चाचा ने बताया कि पिता की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। अब बेटे के अंतिम संस्कार के लिए उसके पास कफन तक के लिए पैसे नहीं हैं। सभी रिश्तेदार मिलजुल कर उसकी मदद कर रहे हैं। मृतक इकलौता पुत्र था, एक बेटी थी। उसकी शादी हो चुकी है। यही बेटा था, जिसकी मजदूरी से घर का खर्चा चलता था। आर्थिक तंगी के कारण ही बेटे ने आत्महत्या की है। इस बारे में देहात कोतवाली इंचार्ज का कहना है कि प्रथम दृष्टया आत्महत्या का मामला है। पोस्टमार्टम के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
रिपोर्ट- अनिल सिंह
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