गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर की मिट्टी में जन्मे एक युवा पर्वतारोही ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है। गोरखपुर के नीतीश सिंह अपने देश और प्रदेश का मान बढ़ाते हुए अफ्रीका महाद्वीप की ‘माउंट मेरू’ पर्वत को फतह की है। उन्होंने ये कारनामा 42 घंटे में तिरंगा फहरकर देशवासियों को गौरवान्वित होने का अवसर दिया है। 42 घंटे में हासिल किया मुकाम
युवा पर्वतारोही नीतीश सिंह ने 29 दिसंबर की सुबह अफ्रीका महाद्वीप की पांचवी सबसे ऊंची चोटी माउंट मेरू जिसकी ऊंचाई 14968 फिट है, उसे 42 घंटे में फतह करते हुए उसकी चोटी पर भारत की शान और गौरव तिरंगा फहराने के साथ अपने नाम एक और कीर्तिमान स्थापित कर लिया है। शहर और गांव में उनकी इस उपलब्धि पर खुशियां हैं। लोग एक दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई दे रहे हैं। नीतीश इससे पहले भी कई पर्वत मालाओं की चोटियों पर तिरंगा फहरा चुके हैं फिलहाल नितीश अफ्रीका में है।कई दिक्कतें आई पर हौसला नहीं छोड़ा
नीतीश ने इस पर्वतमाला की चोटी पर फतह करने की तैयारी गोरखपुर से 26 दिसंबर को मुंबई पहुंच कर शुरू कर दी थी। जहां से फ्लाइट द्वारा 27 दिसंबर को तंजानिया पहुंचे और जरूरी कार्रवाई पूरी करने और अफ्रीकी सरकार द्वारा परमिट प्राप्त करने के बाद नीतीश ने दिन के 12:30 बजे चढ़ाई की शुरुआत कर दी। नीतीश के अनुसार तेज और तूफानी हवाएं रास्ता रोक रही थी, साथ ही कठिन चढ़ाई भी रास्ते का रोड़ा बन रही थी।
हौसले और जज्बे ने हिम्मत बढ़ाई तिरंगे को तन पर लपेटे अफ्रीकन महाद्वीप की चोटी पर अंततः अफ्रीका के समय अनुसार सुबह 6.20 पर (भारतीय समय 8.50 मिनट) चोटी को फतह करते हुए देश की शान तिरंगा फहरा दिया। भारत माता की जय के नारों के साथ पर्वतमाला की चोटी को गुंजानमय कर दिया। नीतीश ने बताया कि इस मिशन को पूरा करने में कुल 42 घंटे का समय लगा है।महाराष्ट्र सरकार के मंत्री ने सौंपा था तिरंगा
पर्वतारोही नीतीश सिंह का कहना है कि यह मिशन एक उद्देश्य के तहत था, जहां भारतवर्ष में सबको शिक्षा का अधिकार मिले। वहीं बाल विवाह को लेकर लोगों को जागरूक किया जा सके। इस मिशन की शुरुआत महाराष्ट्र सरकार के कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा और मुंबई बीजेपी के उपाध्यक्ष पवन त्रिपाठी ने तिरंगा सौंप कर की थी।शुरू से ही था पर्वतारोही बनने का जज्बा
मूलतः गोरखपुर जिले के चरगहवां निवासी शहीद सैनिक अमरजीत सिंह के बेटे नितेश सिंह अपने भाइयों में सबसे छोटे हैं, नितीश के परिवार में ज्यादातर लोग फौज में हैं। गोरखपुर विश्वविद्यालय से स्नातक तक की पढ़ाई पूरी करने के बाद नीतीश ने पर्वतारोही बनने का सपना देखा था। इसके लिए उन्होंने सन 2016 में दिल्ली में 1 साल का प्रशिक्षण भी लिया है। कठिन परिश्रम और मेहनत ने नीतीश को एक सफल पर्वतारोही बनाया जहां नीतीश ने इस क्षेत्र में कई उपलब्धियां भी हासिल की है जो निम्नवात हैं….
1=2018 मे माउंट एवरेस्ट 17598 फिट की चोटी पर फतह मिशन था, “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ”
2=2018 में ही लेह लद्दाख स्थित माउंट स्टार्ट कांगड़ी 6124 मीटर मिशन था “सर्व शिक्षा अभियान सब पढ़े सब बढ़े” का संदेश।
3=2019 अरुणाचल प्रदेश स्थित मीराथांग ग्लेशियर 16600 फीट।
4=2019 मध्य प्रदेश के इंदौर में आयोजित अंतरराष्ट्रीय स्पोर्ट्स क्लाइंबिंग में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व।
5=2020 में माउंट रूद्र गैरा उत्तराखंड 19081 फीट
6=अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो पर तिरंगा फहराना
7=यूरोपीय महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एल्ब्रुस पर तिरंगा फहराना।
इनपुट- प्रमोद पाल
More Stories
पार्वती, कालीसिंध और चंबल परियोजना में मप्र में 22 बांधा, एमपी के 13 सौंदर्य को मिलेगा फायदा
झारखंड में भाजपा ने 30 बागी प्रत्याशियों को पार्टी से निकाला
CBSE Exam 2025: इस तारीख से शुरू होगी CBSE 10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षा, छत्तीसगढ़ में इतने स्टूडेंट्स देंगे एग्जॉम