गोरखपुर जिले के ग्रामीण इलाकों में किडनी की बीमारी से जूझ रहे मरीजों के लिए राहत भरी खबर है। गोला ब्लॉक के भरौली गांव में बांबे इंटलीजेंस सिक्योरिटी (बीआईएस) ने 10 बेड की डायलिसिय यूनिट तैयार की है। इसमें कोई भी मरीज एक रुपये खर्च कर इसका लाभ उठा सकेगा।
अच्छी बात यह है कि किट से लेकर दवाओं तक का खर्च कंपनी ही करेगी। उम्मीद जताई जा रही है कि एक जनवरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों इस यूनिट का उद्घाटन हो सकता है।
बीआईएस के महाप्रबधंक मनोज सिंह ने बताया कि डायलिसिस यूनिट के लिए निजी डॉक्टर किडनी रोग विशेषज्ञ डॉ. आनंद बंका सहयोग करेंगे। इनके अलावा एक स्थानीय डॉक्टर भी रहेंगे। यूनिट के लिए स्टाफ नर्स, वार्ड ब्वाय सहित अन्य कर्मियों की तैनाती कर दी गई है। बताया कि डायलिसिस यूनिटस संस्थान के संस्थापक आरएन सिंह की स्मृति में तैयार किया गया है।
डायलिसिस के लिए कोई भी व्यक्ति आ सकता है। पहले आने वाले लोगों को मौका दिया जाएगा। बेड फुल होने के बाद मरीजों को बाद में बुलाया जाएगा। बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से यूनिट के उद्घाटन के लिए समय मांगा गया है। उम्मीद है कि एक जनवरी को समय मिल सकता है। इसके लिए मुख्यमंत्री कार्यालय से संपर्क भी किया गया है।
बता दें कि डायलिसिस के लिए बीआरडी और जिला अस्पताल में लंबी वेटिंग है। यहां 10-10 बेड डायलिसिस यूनिट हैं, जहां पर 15 से 20 मरीजों की वेटिंग चलती है।
बेटे ने पिता का सपना किया पूरा
मनोज सिंह ने बताया कि बीआईएस के संस्थापक इस साल अपने गांव भरौली आए थे। दो जनवरी को मुंबई जाने के दौरान गोरखपुर एयरपोर्ट पर हार्ट अटैक से उनका निधन हो गया था। उनका सपना था कि गांव में डायलिसिस यूनिट लगे। उसी सपने को पूरा करने के लिए उनके बेटे संतोष सिंह ने गांव में डायलिसिस यूनिट की स्थापना की है।
गोरखपुर जिले के ग्रामीण इलाकों में किडनी की बीमारी से जूझ रहे मरीजों के लिए राहत भरी खबर है। गोला ब्लॉक के भरौली गांव में बांबे इंटलीजेंस सिक्योरिटी (बीआईएस) ने 10 बेड की डायलिसिय यूनिट तैयार की है। इसमें कोई भी मरीज एक रुपये खर्च कर इसका लाभ उठा सकेगा।
अच्छी बात यह है कि किट से लेकर दवाओं तक का खर्च कंपनी ही करेगी। उम्मीद जताई जा रही है कि एक जनवरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों इस यूनिट का उद्घाटन हो सकता है।
बीआईएस के महाप्रबधंक मनोज सिंह ने बताया कि डायलिसिस यूनिट के लिए निजी डॉक्टर किडनी रोग विशेषज्ञ डॉ. आनंद बंका सहयोग करेंगे। इनके अलावा एक स्थानीय डॉक्टर भी रहेंगे। यूनिट के लिए स्टाफ नर्स, वार्ड ब्वाय सहित अन्य कर्मियों की तैनाती कर दी गई है। बताया कि डायलिसिस यूनिटस संस्थान के संस्थापक आरएन सिंह की स्मृति में तैयार किया गया है।
डायलिसिस के लिए कोई भी व्यक्ति आ सकता है। पहले आने वाले लोगों को मौका दिया जाएगा। बेड फुल होने के बाद मरीजों को बाद में बुलाया जाएगा। बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से यूनिट के उद्घाटन के लिए समय मांगा गया है। उम्मीद है कि एक जनवरी को समय मिल सकता है। इसके लिए मुख्यमंत्री कार्यालय से संपर्क भी किया गया है।
बता दें कि डायलिसिस के लिए बीआरडी और जिला अस्पताल में लंबी वेटिंग है। यहां 10-10 बेड डायलिसिस यूनिट हैं, जहां पर 15 से 20 मरीजों की वेटिंग चलती है।
बेटे ने पिता का सपना किया पूरा
मनोज सिंह ने बताया कि बीआईएस के संस्थापक इस साल अपने गांव भरौली आए थे। दो जनवरी को मुंबई जाने के दौरान गोरखपुर एयरपोर्ट पर हार्ट अटैक से उनका निधन हो गया था। उनका सपना था कि गांव में डायलिसिस यूनिट लगे। उसी सपने को पूरा करने के लिए उनके बेटे संतोष सिंह ने गांव में डायलिसिस यूनिट की स्थापना की है।
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