Deoraha Baba Medical College: देवरिया जिले में मेडिकल कॉलेज से संबद्ध जिला अस्पताल के वार्ड पूरी तरह खस्ताहाल हो चुके हैं। वार्ड में प्लास्टर टूट कर गिर रहा है, जिससे दुर्घटना होने का डर है। ऐसे में चिकित्सकों ने हरे रंग की नेट लगाकर जुगाड़ बना दिया है।
हाइलाइट्सवार्डों की छत का प्लास्टर जगह-जगह उखड़ कर नीचे गिर रहा हैमरम्मत की उम्मीद न देखकर अधिकारियों ने देसी जुगाड़ बनायासबसे खराब दशा पुरुष सर्जिकल वार्ड नंबर दो की हैदेवरिया: उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज से संबद्ध जिला अस्पताल के वार्डों की दशा दयनीय है। वार्डों की छत का प्लास्टर जगह-जगह उखड़ कर नीचे गिर रहा है, जिससे वहां भर्ती मरीजों और तीमारदारों की जान सांसत में है। मरम्मत की उम्मीद न देखकर अधिकारियों ने जुगाड़ लगाते हुए वार्ड में जगह-जगह हरे रंग की जाली लगा दी है, ताकि प्लास्टर उखड़ कर जाली पर गिरे और मरीज को चोट न लगे। यह जुगाड़ देख लोग हैरान हैं, क्योंकि करोड़ों की लागत से मेडिकल कॉलेज की नई बिल्डिंग का निर्माण हो रहा है, लेकिन जहां मरीज भर्ती हैं उधर किसी का ध्यान नहीं है।
खस्ताहाल हो चुके हैं मेडिकल कॉलेज से संबद्ध जिला अस्पताल के वार्डदेवरिया में मेडिकल कॉलेज निर्माण की घोषणा होने पर जिला अस्पताल को मेडिकल कॉलेज से संबद्ध कर दिया गया। जिला अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग को तोड़कर मेडिकल कॉलेज की नई बिल्डिंग का निर्माण किया जा रहा है। प्रशासनिक बिल्डिंग का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है। अब वार्डों और ट्रामा सेंटर का निर्माण किया जा रहा है। वार्डों का निर्माण पूरा न होने के चलते जिला अस्पताल के पुराने वार्डों में मरीजों को भर्ती किया जा रहा है, लेकिन वार्डों की मरम्मत न होने से पूरी तरह खस्ताहाल हो गए हैं।सर्जिकल वार्ड की प्लास्टर गिरा तो नेट लगाकर बना दिया जुगाड़सबसे खराब दशा पुरुष सर्जिकल वार्ड नंबर दो की है। इस वार्ड की छत में जगह-जगह दरार पड़ गई है। प्लास्टर टूटकर नीचे गिर रहा है, जिससे ईंट और सरिया दिखाई दे रही है। लगभग 3 माह पहले प्लास्टर टूटकर गिरने से एक मरीज का तीमारदार गंभीर रूप से घायल हो गया था, लेकिन उसके बाद भी वार्डों की मरम्मत के लिए किसी का ध्यान नहीं गया। मरीजों और तीमारदारों की नाराजगी पर जिला अस्पताल के जिम्मेदारों ने वार्ड में हरे रंग का नेट लगा दिया है, ताकि छत का प्लास्टर गिरे तो नेट पर ही रह जाए। मरीज के ऊपर न गिरने पाए। बिहार से भी काफी संख्या में आते हैं मरीजदेवरिया मेडिकल कॉलेज से संबद्ध जिला अस्पताल की बिल्डिंग का निर्माण 1952 में किया गया था। यहां देवरिया और कुशीनगर के अलावा पड़ोसी राज्य बिहार से भी काफी संख्या में मरीज आते हैं। जिसकी वजह से रोजाना मरीजों की भीड़ लगी रहती है, लेकिन अस्पताल के वार्डों की हालत देखकर मरीज और तीमारदार दोनों भयभीत हैं। वहीं, प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एचके मिश्र ने बताया कि बिल्डिंग पुरानी होने के चलते प्लास्टर गिर रहा है। नई बिल्डिंग का निर्माण शीघ्र ही पूरा हो जाएगा और सभी मरीजों को वहां शिफ्ट किया जाएगा।
रिपोर्ट- कौशल किशोर त्रिपाठीअगला लेखDeoria News: देवरिया में डीएपी खाद को भटक रहे किसान, समिति सचिव काट रहे माल, डीएम ने 4 को निलंबित किया
आसपास के शहरों की खबरें
Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म… पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐपलेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें
More Stories
Rishikesh में “अमृत कल्प” आयुर्वेद महोत्सव में 1500 चिकित्सकों ने मिलकर बनाया विश्व कीर्तिमान, जानें इस ऐतिहासिक आयोजन के बारे में
एमपी का मौसम: एमपी के 7 शहरों में तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे, भोपाल में तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे
Mallikarjun Kharge झारखंड का जल, जंगल, जमीन लूटने के लिए सरकार बनाना चाहती है भाजपा: खड़गे