गाजियाबाद: ट्रैफिक पुलिस ने अब रात में भी ऑटो चलवाने की तैयारी की है। दिन के ट्रैफिक जाम से निपटने और रात में सफर करने वालों को राहत देने के लिए यह फैसला लिया गया है। प्लान है कि शुरुआती चरण में 30 पर्सेंट ऑटो को रात में चलाया जाएगा। इस दौरान दिन वाले ऑटो नहीं चलेंगे। एसपी ट्रैफिक रामानंद कुशवाहा ने ऑटो यूनियन के नेताओं को एक सप्ताह में लिस्ट देने के लिए कहा है। गाजियाबाद में अभी 15 हजार से ज्यादा ऑटो चल रहे हैं। इसके साथ ही बगैर रजिस्ट्रेशन चलने वाले ई-रिक्शा को भी 15 दिसंबर तक पंजीकरण कराने का वक्त दिया गया है।
कई सर्वे में सामने आया है कि ऑटो वालों की वजह से कुछ पॉइंट पर जाम लगता है। बेतरतीब ऑटो खड़ा कर सवारियां बैठाने-उतारने से पीक आवर में हालात ज्यादा खराब हो जाते हैं। जिले में 15 हजार से ज्यादा ऑटो चलते हैं। कुछ रूट तो ऐसे हैं, जहां अधिकतर ऑटो चल रहे हैं। इनमें से 30 पर्सेंट ऑटो अगर दिन में रोड से हटा दिए जाएंगे तो जाम के हालात बेहतर हो सकते हैं। इसके साथ ही रात में ऑफिस, रेलवे स्टेशन या बस अड्डे तक जाने वालों को भी आसानी होगी। रात का स्लैब अभी 9 बजे से सुबह 7 बजे का तय किया गया है। रात 9 बजे के बाद दिन वाले ऑटो नहीं चल सकेंगे। इसी तरह सुबह 7 बजे के बाद दिन वाले ऑटो भी चलाने पर रोक रहेगी। ऑटो यूनियन से लिस्ट मिलने के बाद ट्रैफिक पुलिस आगे का फैसला लेगी।
रात में सिर्फ कैब का होता है भरोसा
अधिकतर रूटों पर रात 11 बजे के बाद पब्लिक ट्रांसपोर्ट के नाम पर ऑटो बहुत कम दिखते हैं। कई कंपनियों में रात की शिफ्ट चलती है। रात में ड्यूटी जाने वालों को फिर कैब या अपने वाहन से ही काम पर जाने की मजबूरी होती है। इसी तरह रेलवे स्टेशन, बस अड्डे जाने वालों को भी परेशानी होती है। पब्लिक ट्रांसपोर्ट के नाम पर तब केवल कैब का सहारा होता है। एसपी ट्रैफिक ने बताया कि रात में चलने वाले सभी ऑटो की जानकारी पुलिस के पास रहेगी। इसके अलावा ऑटो में भी चालक की पूरी जानकारी लिखी होगी। किस क्षेत्र में चलेंगे, वहां के थानों में भी इसकी जानकारी दी जाएगी।
ई-रिक्शा के लिए भी बनाए जाएंगे रूट
अभी ई-रिक्शा के लिए किसी तरह का नियम नहीं है। ट्रैफिक पुलिस ने इनके लिए भी रूट बनाने की प्लानिंग की है। अभी गाजियाबाद में 6153 ई-रिक्शा का पंजीकरण किया गया है। लेकिन, इससे करीब 5 गुना ज्यादा ई-रिक्शा चल रहे हैं। एसपी ट्रैफिक ने बताया कि ई-रिक्शा को रजिस्ट्रेशन के लिए 15 दिसंबर तक का समय दिया गया है। इसके बाद अगर ई-रिक्शा बिना रजिस्ट्रेशन का मिलेगा तो उसे सीज किया जाएगा। इसके साथ ही इनके लिए भी रूट का निर्धारण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि ज्यादा संख्या में ई-रिक्शा चलने की सूचना पर आरटीओ को भी जानकारी दी गई है।
जरूरी सवालों के जवाब
प्रश्नः समय क्या होगा?
उत्तरः रात 9 से सुबह 7 बजे तक रात्रि ऑटो चलेंगे। सुबह 7 से रात 9 बजे तक दिन वाले ऑटो चलेंगे।
प्रश्नः रूट क्या होगा?
उत्तरः दिन वाले ऑटो की तरह रात में चलने वाले ऑटो को भी अपने रूट की जानकारी ट्रैफिक पुलिस को देनी होगी।
प्रश्नः क्या 24 घंटे चला सकेंगे?
उत्तरः नहीं, रात में चलने वाले ऑटो में ट्रैफिक पुलिस विशेष नंबर या पहचान का चिह्न लगाएगी।
प्रश्नः सुरक्षा के कैसे होंगे इंतजाम?
उत्तरः रात में चलने वाले ऑटो को यूनिक नंबर देंगे। ड्राइवर सीट के पीछे चालक का नाम और मोबाइल नंबर लिखा होगा। ऑटो की डिटेल संबंधित थाने में भी दी जाएगी।
प्रश्नः किराया कितना होगा?
उत्तरः किराया दिन वाले रेट पर ही रखने का प्लान है।
प्रश्नः पूरे शहर या चुनिंदा जगहों पर चलेंगे ऑटो?
उत्तरः पूरे शहर में ऑटो के लिए जो रूट बनाए गए हैं, उन सभी पर रात में ऑटो चलेंगे।
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