वाराणसी में आयोजित काशी तमिल संगमम में शिरकत करने के लिए पहुंचे प्रतिनिधियों का पहला जत्था प्रयागराज भ्रमण के लिए सोमवार की सुबह यहां पहुंच रहा है। वाराणसी से अलग-अलग बसों से पहले जत्थे में कुल 216 पर्यटक यहां आएंगे। इन पर्यटकों का सीधे संगम पहुंचने का कार्यक्रम है।
पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में एक माह के लिए काशी तमिल संगमम का आयोजन चल रहा है। एक महीने तक चलने वाले काशी-तमिल संगमम में इस बार एक भारत श्रेष्ठ भारत की थीम है। माह भर अलग-अलग कई गुटों में दक्षिण भारतीय लोगों का जत्था तमाम ट्रेनों के माध्यम से वाराणसी जाएगा। वाराणसी के बाद यह जत्था अलग-अलग तिथियों में प्रयागराज एवं अयोेध्या भ्रमण के लिए जाएगा। फिलहाल पहला जत्था सोमवार की सुबह 9.45 बजे प्रयागराज पहुंच जाएगा। यहां तकरीबन चार घंटे भ्रमण का कार्यक्रम है।
इन प्रतिनिधियों को संगम पर नौका विहार करवाने के बाद वहां स्नान कराया जाएगा। संगम स्नान केे बाद अक्षयवट एवं लेटे हुए हनुमान जी का दर्शन काशी तमिल संगमम के प्रतिनिधियों को करवाया जाएगा। बांध स्थित शंकर विमान मंडपम के दर्शन के बाद शहीद चंद्र शेखर आजाद पार्क एवं इलाहाबाद संग्रहालय भी उन्हें दिखाया जाएगा।
प्रयागराज में ही उन्हें दोपहर का भोजन भी करवाया जाएगा। इसके लिए एमजी मार्ग स्थित स्वामी नारायण मंदिर परिसर में बिना लहसुन, प्याज वाले भोजन की व्यवस्था की गई है। बाद में सभी प्रतिनिधि बसों द्वारा वाराणसी के लिए रवाना हो जाएंगे। काशी तमिल संगमम के प्रतिनिधियों के प्रयागराज भ्रमण के लिए बनाए गए नोडल अधिकारी एवं सिटी मजिस्ट्रेट सत्यप्रिय सिंह ने बताया कि सोमवार को 216 लोगों की सूची आईआरसीटीसी से मिली है। माह भर इसी तरह अलग-अलग कुल 12 जत्थों में कुल 2592 प्रतिनिधि प्रयागराज आएंगे।
तैयारियों का जायजा लेने के लिए संगम पहुंचे डीएम
सोमवार 21 नवंबर की सुबह काशी तमिल संगमम के प्रतिनिधियों के प्रयागराज आगमन को लेकर जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री ने रविवार को संगम के पास की जा रही तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान डीएम ने वहां सभी प्रतिनिधियों के भ्रमण से जुड़ी तैयारियों को लेकर लगे संबंधित विभागों के अफसरों को उचित दिशा निर्देश भी दिए।
डीएम ने संगम पर साइनेज, साउंड सिस्टम, पार्किंग, सैंडआर्ट, सेल्फी प्वाइंट, पीने के पानी, मेडिकल टीम, एंबुलेंस, बोटिंग की व्यवस्था, जल पुलिस, गोताखोर सहित अन्य व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराए जाने को कहा। उन्होंने मौके पर तमिल भाषा के जानकार लोगों को भी रखे जाने को कहा। कार्यक्रम को सकुशल संपन्न कराए जाने के लिए मजिस्ट्रेटों की तैनाती भी की गई। इस अवसर पर सीडीओ शिपू गिरि, सिटी मजिस्ट्रेट सत्यप्रिय सिंह, जिला विकास अधिकारी भोलानाथ कनौजिया, पीडी एके मौर्य आदि मौजूद रहे।
वाराणसी में आयोजित काशी तमिल संगमम में शिरकत करने के लिए पहुंचे प्रतिनिधियों का पहला जत्था प्रयागराज भ्रमण के लिए सोमवार की सुबह यहां पहुंच रहा है। वाराणसी से अलग-अलग बसों से पहले जत्थे में कुल 216 पर्यटक यहां आएंगे। इन पर्यटकों का सीधे संगम पहुंचने का कार्यक्रम है।
पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में एक माह के लिए काशी तमिल संगमम का आयोजन चल रहा है। एक महीने तक चलने वाले काशी-तमिल संगमम में इस बार एक भारत श्रेष्ठ भारत की थीम है। माह भर अलग-अलग कई गुटों में दक्षिण भारतीय लोगों का जत्था तमाम ट्रेनों के माध्यम से वाराणसी जाएगा। वाराणसी के बाद यह जत्था अलग-अलग तिथियों में प्रयागराज एवं अयोेध्या भ्रमण के लिए जाएगा। फिलहाल पहला जत्था सोमवार की सुबह 9.45 बजे प्रयागराज पहुंच जाएगा। यहां तकरीबन चार घंटे भ्रमण का कार्यक्रम है।
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