मैनपुरी: मैनपुरी लोकसभा उप चुनाव की तस्वीर धीरे-धीरे साफ हो रही है। हालांकि, पहले से ही साफ है कि मुख्य चुनावी मुकाबला समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच ही होनी है। सपा से डिंपल यादव और भाजपा से रघुराज शाक्य उम्मीदवार बनाए गए हैं। डिंपल के पक्ष में स्वयं अखिलेश यादव माहौल बनाने में जुट गए हैं। वहीं, भाजपा के सीनियर नेताओं का भी रघुराज शाक्य के समर्थन में मैनपुरी पहुंचना शुरू हो गया है। मैनपुरी विधानसभा उप चुनाव के दौरान अपनी सभाओं से सीएम योगी आदित्यनाथ ने माहौल बदल दिया था। मैनपुरी की चार में से दो सीटों पर भाजपा जीती। मैनपुरी और भोगांव विधानसभा सीट इस समय भाजपा के कब्जे में हैं। यही अखिलेश यादव की चिंता का सबसे बड़ा विषय बना हुआ है। इसलिए उनकी लगातार रैलियां हो रही हैं। चुनावी सभाओं में वे नेताजी यानी मुलायम सिंह यादव के नाम पर वोट मांग रहे हैं। चुनाव को प्रतिष्ठा की लड़ाई में शुक्रवार की शाम आए नामांकन फॉर्म की जांच के आंकड़े ने भी स्थिति साफ कर दी।
मैनपुरी से कुल 13 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया था। इसमें से 7 उम्मीदवारों के नामांकन पत्र में गड़बड़ी पाई गई। उनके नामांकन को रद्द कर दिया गया। छह नामांकन पत्र वैध पाए गए है। फिलहाल यही छह उम्मीदवार चुनावी मैदान में डटे दिख रहे हैं। हालांकि, 21 नवंबर को नाम वापसी की तिथि बीतने के बाद ही फाइनल तस्वीर सामने आएगी। पता चल जाएगा कि कितने लोग चुनावी मैदान में डटे हुए हैं। नामांकन पत्रों की जांच में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के उम्मीदवार का नामांकन रद्द हो गया है। सुभासपा उम्मीदवार ने बड़े दावों के साथ इस सीट पर नामांकन दाखिल किया था।
सुभासपा उम्मीदवार का नामांकन रद्द
मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव के लिए दाखिल कराए गए नामांकन पत्रों की जांच शुक्रवार को पूरी कराई गई। डीएम अविनाश कृष्ण सिंह के निर्देशन में तमाम नामांकन पत्रों की जांच हुई इस कार्य में एसडीएम रामजी मिश्रा, एसडीएम सदर नवोदिता शर्मा के साथ कई अधिकारियों को लगाया गया था। सुबह 10 से नामांकन पत्रों की जांच शुरू की गई। तमाम उम्मीदवारों के नामांकन पत्र के साथ दाखिल किए गए प्रमाण पत्रों की जांच हुई। इसके बाद देर शाम जानकारी जारी की गई कि 7 उम्मीदवारों के नामांकन पत्रों में गड़बड़ी के कारण उसे रद्द कर दिया गया है। इसमें ओमप्रकाश राजभर की पार्टी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के उम्मीदवार रमाकांत कश्यप का भी नाम शामिल था। सातों नामांकन पत्रों की जांच में गड़बड़ी पाए जाने का दावा किया गया। इन नामांकन पत्रों के साथ आवश्यक दस्तावेज नहीं पाया गया। इसके अलावा कई अन्य त्रुटियों को पाए जाने की भी बात सामने आई है।
सपा और भाजपा उम्मीदवार के नामांकन वैध
नामांकन पत्रों की जांच में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार डिंपल यादव का नामांकन वैध पाया गया है। वहीं, भाजपा के उम्मीदवार रघुराज शाक्य की उम्मीदवारी पर भी मुहर लग गई है। इनके अलावा भारतीय कृषक दल के प्रमोद कुमार यादव, राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के भूपेंद्र कुमार धनगर, निर्दलीय सुषमा और सुरेश चंद्र के नामांकन पत्र वैध पाए गए हैं। दूसरी तरफ, डीएम सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी के निर्देशन में हुए नामांकन पत्रों की जांच में सुभासपा उम्मीदवार रमाकांत कश्यप की उम्मीदवारी खारिज कर दी गई है। इनके अलावा वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल की उर्मिला देवी, भारतीय किसान परिवर्तन पार्टी के कपिंजल यादव, निर्दलीय महेश चंद्र शर्मा, विद्यावती एवं सुरेश चंद्र लोधी और सर्व समाज जनता पार्टी के सुनील मिश्रा की उम्मीदवारी भी खारिज कर दी गई है।
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