नोएडा: नोएडा की सांसें फूल रही हैं। हर तरफ धुंध और धुआं। प्रदूषण का आलम ऐसा है कि घर से बाहर निकलना दूभर है। ऐसे दमघोंटू प्रदूषण के कारण नोएडा के डीएम ने छोटे बच्चों की हेल्थ को ध्यान में रखते हुए जिले के सभी स्कूलों को 8 नवंबर तक ऑनलाइन करने का आदेश जारी किया था। ब्लॉसम से 8वीं तक के स्कूल को 8 तारीख तक ऑनलाइन चलेंगे। लेकिन जिले के कई स्कूल अपनी मनमानी पर उतर आए और डीएम के आदेश को धता बताते हुए ऑफलाइन क्लास जारी रखा है। प्रदूषण को देखते हुए डॉक्टर तक बुजुर्ग से लेकर बच्चों का खास ध्यान रखने की हिदायत दे चुके हैं लेकिन नोएडा के इन स्कूलों को बच्चों की हेल्थ की तो फिक्र ही नहीं है।
बस कुछ स्कूलों ने ही माना आदेश!
नोएडा के कई स्कूलों ने डीएम के आदेश की धज्जियां उड़ाते हुए स्कूलों को खुला रखा है। कई बस स्टैंड पर छोटे-छोटे बच्चे बसों में चढ़ते देखे गए हैं। हालांकि, कुछ बड़े स्कूलों ने डीएम के आदेश को माना है और क्लासेज 8 नवंबर तक ऑनलाइन कर दिया है। इन स्कूलों से रात में ही पैरेंट्स को मैसेज आ गए थे और कक्षाएं ऑनलाइन लगीं। लेकिन कई स्कूल अपनी मनमानी पर उतर आए।
स्कूल नहीं दे रहे साफ जवाब
एक बड़े स्कूल के वॉट्सऐप ग्रुप में जब पैरेंट्स ने सोमवार को स्कूल को ऑनलाइन या ऑफलाइन करने को लेकर पूछा तो स्कूल की तरफ से दो टका जवाब पैरेंट्स को मिला है। स्कूल ने कहा कि सोमवार को ऑनलाइन क्लास होंगेया नहीं ये उसी दिन बताया जाएगा।
नोएडा के डीएम ने स्कूल बंद करने का दिया था आदेश
दिल्ली-एनसीआर समेत नोएडा में वायु प्रदूषण के खतरनाक स्तर पर पहुंचने के चलते नोएडा के स्कूलों में आठवीं तक की क्लास ऑनलाइन करने के आदेश हो गए हैं। इसके अलावा 9 से 12वीं तक की कक्षाएं भी ऑनलाइन करने को कहा है। साथ ही सभी विद्यालयों में अउटडोर एक्टिविटी भी पूरी तरह से बैन कर दी गईं हैं। गौतमबुद्धनगर के जिला विद्यालय निरीक्षक की ओर से गुरुवार को जारी आदेश में सभी स्कूलों के प्रिंसिपल से कहा गया है कि वे इस आदेश का पालन सुनिश्चित कराएं। इससे पहले नोएडा-ग्रेनो अथॉरिटी की सीईओ व प्रभारी डीएम रितु माहेश्वरी ने जिले में प्रदूषण रोकने के इंतजाम की समीक्षा में इससे जुड़े निर्देश जारी किए। सीईओ ने एडीएम से शिक्षा विभाग से आउटडोर एक्टिविटीज रोकने के लिए एडवाइजरी जारी करवाने को कहा था।
नोएडा में एक्यूआई 562 पर पहुंचा
नोएडा में एक्यूआई 562 के स्तर पर पहुंच गया है। इसमें पीएम 2.5 का प्रभाव बढ़ने के कारण लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हवा की स्थिति अत्यंत खराब होने के बाद लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। सबसे अधिक परेशानी बुजुर्ग और बीमार लोगों को हो रही है। प्रदूषण के स्तर में बढ़ोत्तरी को देखते हुए गौतमबुद्धनगर प्रशासन ने स्कूलों में छुट्टी का ऐलान कर दिया है। कक्षा एक से आठवीं तक की पढ़ाई को बंद रखने का आदेश जारी किया गया है। प्रशासन की ओर से बच्चों को प्रदूषण से बचाने के लिए वैकल्पिक इंतजाम किए गए हैं। हालांकि, जिले में प्रदूषण पर रोक के लिए कोई प्रभावी इंतजाम अब तक होता नहीं दिख रहा है।
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