लखनऊ: समाजवादी पार्टी के संस्थापक और संरक्षक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) की तबीयत बिगड़ने और फिर निधन के बाद से ही खामोश चल रहे अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने पहली राजनीतिक प्रतिक्रिया दी है। अखिलेश ने कद्दावर सपा नेता और रामपुर सीट से विधायक रहे आजम खान को फिर से जेल की सजा और विधायकी रद्द होने के बाद बीजेपी पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया है। अखिलेश ने कहा कि आजम बीजेपी सरकार की आंखों में इसलिये खटकते हैं। बीजेपी का रवैया सपा नेताओं के प्रति दुश्मनी जैसा है। अखिलेश ने कहा कि पक्षपात सबसे बड़ा अन्याय होता है। दुर्भावना से किसी एक को लक्षित करके बिना बात के किसी बात की सजा देना और अन्य को आरोपों से मुक्त करना नाइंसाफी है।
पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने निशाना साधते हुए कहा कि जब से बीजेपी सत्ता में आई है विपक्ष के प्रति उसकी बदले की कार्यवाहियां थमने का नाम नहीं ले रही है। आए दिन विपक्षी नेताओं की प्रतिष्ठा को धूमिल करने के लिए उन्हें फर्जी मुकदमों में फंसाने का सिलसिला जारी है। अखिलेश ने कहा सपा नेताओं के प्रति बीजेपी का रवैया दुश्मनी जैसा है। यह लोकतंत्र में अवांछनीय है।
मोहम्मद आजम खां नफरती राजनीति के विरोधी थे, इसलिए वे भाजपा की आंख की किरकिरी बन गए हैं। विधानसभा में उनके अकाट्य तर्कों और तीखे बयानों से बीजेपी नेता असहज रहते थे इसलिए उनके खिलाफ षडयंत्र के बीज बोए जाने लगे। वहीं अखिलेश ने सपा सरकार के दौरान कुंभ के मौके पर नगर विकास मंत्री रहे आजम खां के कामों की प्रशंसा की।
सपा मुखिया ने कहा बीजेपी के निशाने पर रामपुर से लोकप्रिय सपा नेता मोहम्मद आजम खां हैं, जिन पर रोज फर्जी केस दर्ज किए जा रहे हैं और उन्हें हर तरह से परेशान किया जा रहा है। अखिलेश के मुताबिक, बीजेपी रामपुर में जौहर विश्वविद्यालय बनाने से आजम खां से चिढ़ गई है, और विश्वविद्यालय को ही मटियामेट करने पर तुली है। आजम खां पर भी न जाने कितने झूठे मुकदमें लगा दिए गए। वहीं अब बीजेपी मौलाना मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय को ध्वस्त करने में लगी है।
साथ ही अखिलेश ने कहा कि आजम खां की रचनात्मक कार्यों में विशेष रूचि है और वो संविधान और धर्मनिरपेक्षता के लिए निरन्तर संघर्ष करने वाले नेता रहे हैं। बीजेपी सरकार को याद रखना चाहिए कि राजनीति में विद्वेष की भावना का कोई स्थान नहीं है। लोकतंत्र में सत्ता पक्ष और विपक्ष की समान भूमिका होती है।
मोहम्मद आजम खां सामान्य व्यक्ति नहीं, वे रामपुर से 10 बार विधायक, 3 बार सांसद, राज्य सरकार में कई बार मंत्री, नेता विपक्ष भी रहे हैं। भाजपा ने उनको राजनीति में किनारे करने की जो साजिश की है, वह उन पर ही भारी पड़ेगी। राज्य की जनता बीजेपी के अनैतिक आचरण को कभी भी बर्दाश्त नहीं करेगी।
अखिलेश यादव ने केंद्र की मोदी और यूपी की योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी सरकार ने केंद्र के अपने 8 साल और राज्य में अपने साढ़े 5 साल से अधिक के कार्यकाल में ऐसी कोई भी योजना नहीं बनाई जो जनकल्याणकारी हो। इसके साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में बीजेपी सरकार ने अव्यवस्था फैलाने के अलावा कुछ और नहीं किया है। सामाजिक तानाबाना को नष्ट करने में बीजेपी अव्वल है।
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