दिल्ली हावड़ा रूट पर रविवार की सुबह एक बड़ा रेल हादसा हो गया। इस रूट के कानपुर प्रयागराज रेलखंड के अंतर्गत फतेहपुर जिले के रमवा रेलवे स्टेशन के यार्ड मैं एक मालगाड़ी के 29 वैगन पटरी से उतर गए। मालगाड़ी डाउन लाइन पर थी। हादसे के बाद प्रयागराज से कानपुर के बीच रेल संचालन ठप हो गया। इस दौरान प्रयागराज की ओर आ रही वंदे भारत समेत दर्जनभर ट्रेनें जहां की तहां खड़ी कर दी गई।
हादसा सुबह 10:30 बजे के आसपास का बताया जा रहा है। कानपुर की ओर से एक मालगाड़ी का खाली रेक प्रयागराज की ओर आ रहा था उसी दौरान रंगवा रेलवे स्टेशन के यार्ड पर तेज धमाके के साथ उसके कई वैगन पटरी से उतर गए।
कुछ ही देर में वहां के रेलवे कर्मियों ने इसकी सूचना कंट्रोल रूम को दी। सूचना मिलने के बाद प्रयागराज और कानपुर से एक्सीडेंट रिलीफ ट्रेन घटनास्थल के लिए रवाना कर दी गई। इस बीच डीआरएम प्रयागराज मोहित चंद्रा भी अफसरों के साथ प्रयागराज से फतेहपुर के लिए रवाना हो गए।
उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी हिमांशु शेखर उपाध्याय ने बताया कि इस हादसे की वजह से वंदे भारत समेत तकरीबन 20 ट्रेनों के संचालन पर असर पड़ा है। उन्होंने बताया कि प्रयास किया जा रहा है कि ट्रेनों को डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर पर शिफ्ट कर दिया जाए ताकि यात्रियों को असुविधा ना हो। उन्होंने कहा कि पटरी से उतरे वैगन को वापस ट्रैक पर चढ़ाने का शुरू हो गया है ।
दिल्ली हावड़ा रूट पर रविवार की सुबह एक बड़ा रेल हादसा हो गया। इस रूट के कानपुर प्रयागराज रेलखंड के अंतर्गत फतेहपुर जिले के रमवा रेलवे स्टेशन के यार्ड मैं एक मालगाड़ी के 29 वैगन पटरी से उतर गए। मालगाड़ी डाउन लाइन पर थी। हादसे के बाद प्रयागराज से कानपुर के बीच रेल संचालन ठप हो गया। इस दौरान प्रयागराज की ओर आ रही वंदे भारत समेत दर्जनभर ट्रेनें जहां की तहां खड़ी कर दी गई।
हादसा सुबह 10:30 बजे के आसपास का बताया जा रहा है। कानपुर की ओर से एक मालगाड़ी का खाली रेक प्रयागराज की ओर आ रहा था उसी दौरान रंगवा रेलवे स्टेशन के यार्ड पर तेज धमाके के साथ उसके कई वैगन पटरी से उतर गए।
कुछ ही देर में वहां के रेलवे कर्मियों ने इसकी सूचना कंट्रोल रूम को दी। सूचना मिलने के बाद प्रयागराज और कानपुर से एक्सीडेंट रिलीफ ट्रेन घटनास्थल के लिए रवाना कर दी गई। इस बीच डीआरएम प्रयागराज मोहित चंद्रा भी अफसरों के साथ प्रयागराज से फतेहपुर के लिए रवाना हो गए।
उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी हिमांशु शेखर उपाध्याय ने बताया कि इस हादसे की वजह से वंदे भारत समेत तकरीबन 20 ट्रेनों के संचालन पर असर पड़ा है। उन्होंने बताया कि प्रयास किया जा रहा है कि ट्रेनों को डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर पर शिफ्ट कर दिया जाए ताकि यात्रियों को असुविधा ना हो। उन्होंने कहा कि पटरी से उतरे वैगन को वापस ट्रैक पर चढ़ाने का शुरू हो गया है ।
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