उत्तर प्रदेश के बिजनौर में बुधवार को दशहरा पर्व के दौरान हिंदू-मुस्लिम सौहार्द की अनूठी मिसाल पेश की गई। यहां गजरौला-शिव में ग्रामीणों ने एक नई पहल करते हुए बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक दशहरा का त्योहार एक साथ मिलकर सार्वजनिक स्थान पर मनाया। जिसमें गांव के एक मुस्लिम ने भी भाग लिया।
जानकारी के अनुसार बुधवार को क्षेत्र के गांव स्वाहेड़ी के ग्रामीण गांव में बने मिनी सचिवालय में एकत्र हुए। जहां ग्रामीण साफ-सफाई कर प्लास्टिक के पाल बिछाकर बैठ गए। किरतपुर से आए पंडित राजेश्वर दत्त शर्मा ने विधि-विधान के साथ हवन यज्ञ कर दशहरा पूजन कराया।
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यह कार्यक्रम नौ बजे से लेकर साढ़े दस बजे तक चला। दशहरा पूजन में सभी बिरादरी के लोगों ने भाग लिया। इस दौरान पूजन कार्यक्रम में गांव के मुस्लिम समुदाय के व्यक्ति दुल्ली खां ने भी भाग लिया। कार्यक्रम की समाप्ति पर गांव के बुजुर्ग सेठ जयनारायण सिह व योगराज सिंह के नेतृत्व में ग्रामीणों ने पूजन कराने आए पंडित को दक्षिणा देकर विदा किया।
दशहरा पूजन में ग्रामीणों ने काफी संख्या में भाग लिया। इस दौरान हरनाम सिंह, सोनू, रामसिंह, दुल्ली खां समेत काफी संख्या में ग्रामीणों मौजदू रहे।
उत्तर प्रदेश के बिजनौर में बुधवार को दशहरा पर्व के दौरान हिंदू-मुस्लिम सौहार्द की अनूठी मिसाल पेश की गई। यहां गजरौला-शिव में ग्रामीणों ने एक नई पहल करते हुए बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक दशहरा का त्योहार एक साथ मिलकर सार्वजनिक स्थान पर मनाया। जिसमें गांव के एक मुस्लिम ने भी भाग लिया।
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दशहरा पूजन में ग्रामीणों ने काफी संख्या में भाग लिया। इस दौरान हरनाम सिंह, सोनू, रामसिंह, दुल्ली खां समेत काफी संख्या में ग्रामीणों मौजदू रहे।
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