हमीरपुर: उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में दर्जनों गांवों में किसानों ने इस बार मूंगफली की खेती शुरू की है। कृषि विज्ञान की विशेषज्ञ और वैज्ञानिक भी मूंगफली को सेहत राज मानते है इसीलिए इसकी बाजार में बड़ी डिमांड है। गांवों में इस फसल की खेती का किसानों ने दायरा भी बढ़ाया है।
हमीरपुर समेत बुन्देलखंड के सभी इलाकों और पड़ोसी राज्यों में मूंगफली की खेती से लाखों किसानों ने अपनी किस्मत चमकाई है। यहां की मूंगफली महानगरों तक भेजी जाती है। एक सौ बीस रुपये किलो के दाम से बिकने वाली मूंगफली सर्दियों के मौसम में घर-घर लोग बड़े चाव से खाते है। इसे गरीबों का बादाम भी कहते है।
हमीरपुर के कुरारा, सुमेरपुर, मौदहा, मुस्करा और राठ क्षेत्र में मूंगफली की खेती बड़े पैमाने पर किसान करते है। इस क्षेत्र की मूंगफली ऊपर से क्रीम कलर में दिखती है लेकिन बुन्देलखंड के मऊरानीपुर व झांसी के आसपास पैदा होने वाली मूंगफली का कलर लाल रंग का होता है।
यहां के आयुर्वेद चिकित्सक दिलीप त्रिपाठी व जड़ी बूटी से इलाज करने वाले कामता प्रसाद का कहना है कि मूंगफली सेहत के लिए बड़ी गुणकारी है। सर्दियों में इसे खाने से ठंड का अहसास नही होता है। बताया कि सर्द भरी रातों में हर रोज सौ ग्राम मूंगफली खाने से सेहत फिट रहती है।
राजकीय कृषि विज्ञान केन्द्र की विशेषज्ञ डाँ. फूल कुमारी ने सुमेरपुर क्षेत्र के पचखुरा गांव में मूंगफली की खेती को लेकर कार्यशाला आयोजित कर किसानों को बताया कि मूंगफली ग्रामीणों का बादाम है जिसमें सेहत के राज छिपे है। बताया कि मूंगफली में कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन ई, आयरन व जिंक प्रचुर मात्रा में होती है जिससे व्यक्ति बीमारी से महफूज रह सकता है। इसके सेवन से कुपोषण जैसी बीमारी से निजात मिलती है।
एमपी के बाद क्षेत्र में मूंगफली की खेती का बढ़ा दायरा
यहां के उपनिदेशक कृषि प्रसार एचएस भार्गव ने बताया कि पड़ोसी राज्य एमपी में मूंगफली की खेती बड़ी संख्या में किसान करते है। अब यहां हमीरपुर में भी किसानों ने इसकी खेती के प्रति रुझान किया है। इसीलिए हर साल मूंगफली की खेती का रकबा बढ़ रहा है। इस साल मूंगफली की खेती का रकबा पचास फीसदी बढ़ा है। बताया कि जिले में इस समय 15 हजार से अधिक किसान मूंगफली की खेती कर रहे है।
बताया कि मुस्करा क्षेत्र के गुंदेला और खड़ेहीलोधन गांव में ही सैकड़ों हेक्टेयर क्षेत्रफल में मूंगफली की खेती किसान कर रहे है। इस समय खेतों में इसकी फसल लहलहा गई है। इसके अलावा सुमेरपुर, गोहांड, सरीला, सुमेरपुर, राठ, मौदहा और कुरारा ब्लाक क्षेत्र में भी मूंगफली की खेती का दायरा बढ़ा है।
मूंगफली की खेती से ही हजारों किसानों की चमकी किस्मत
उपनिदेशक कृषि प्रसार ने बताया कि हमीरपुर समेत बुन्देलखंड क्षेत्र में मूंगफली की खेती से हजारों किसानों की किस्मत चमकी है। इसकी फसल कीट और रोगों से महफूज रहती है। कम लागत में मूंगफली की खेती से कई गुना मुनाफा भी मिलता है। इसीलिए हर साल इसकी खेती का रकबा बढ़ रहा है।
बताया कि अर्से पहले यहां हमीरपुर में दो सौ हेक्टेयर में मूंगफली की खेती होती थी, लेकिन अब 829 हेक्टेयर क्षेत्रफल में इसकी खेती किसान कर रहे है। सर्वाधिक सरीला क्षेत्र में 211 हेक्टेयर में खेती हो रही है। कुरारा में 62, सुमेरपुर में 162, गोहांड में 123, राठ में 192 हेक्टेयर में मूंगफली की खेती इस साल किसानों ने की है। कम लागत में मोटा मुनाफा होने से मूंगफली की खेती को लेकर किसान खुश है।
रिपोर्ट-पंकज मिश्रा
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