मऊ: सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर के समीक्षा बैठक के ठीक पहले बड़ा झटका लगा है जब शुक्रवार को पूरा इलाका ओमप्रकाश राजभर का राजभर का बस्ती में आना मना है के बैनर और पोस्टर से पट गया। ओमप्रकाश राजभर शुक्रवार को कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए जिले के एक निजी सभागार में समीक्षा बैठक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए जिला पहुंचे हैं।
पार्टी को एकजुट रखने के लिए समीक्षा बैठक
सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं है । हाल के दिनों में उनकी पार्टी से सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ताओं ने इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद से ओमप्रकाश राजभर अपनी पार्टी को संभालने और सहेजने में जुट गए हैं जिसको लेकर उन्होंने अपने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं की नाराजगी दूर करने एवं उनको एकजुट रखने के लिए एक प्रदेश स्तरीय समीक्षा बैठक का आयोजन किया है।
बैठक से पहले ही ओमप्रकाश राजभर का विरोध शुरू
हालांकि ओमप्रकाश राजभर प्रदेश समीक्षा बैठक से ठीक पहले घोसी विधानसभा क्षेत्र के कई गांव में ओमप्रकाश राजभर का राजभर बस्ती में आना मना है के बैनर और पोस्टर लगा दिए गए और जमकर विरोध शुरू हो गया।
‘पिछले दो दशकों से अपने समाज को ठग रहे ओम प्रकाश’
विरोध करने वाले कार्यकर्ताओं में से महेंद्र राजभर ने बताया कि पिछले दो दशकों से ओमप्रकाश राजभर राजभर समाज को ठग रहे हैं राजभर समाज के मां बहन और बेटियों को ट्राली में भरकर अपने चुनावी सभा में बुलाते हैं और फिर उसका लाभ लेकर पार्टियों से गठबंधन करके चुनावी टिकट ले लेते हैं।
टिकट बेचने के साथ ही लगा परिवारवाद का आरोप
महेंद्र राजभर ने ओमप्रकाश राजभर पर परिवारवाद का आरोप लगाते हुए यह भी कहा कि टिकट पाने के बाद ओमप्रकाश राजभर खुद और अपने बेटे को चुनाव मैदान में उतार देते हैं और बाकी टिकट बेच देते हैं जिससे आम कार्यकर्ता अपने आप को ठगा महसूस करता है, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा जिस मऊ की धरती से उन्होंने राजनीति शुरू किया है वहीं समाप्त कर दिया जाएगा।
इनपुट-वेद नारायण मिश्रा
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