मथुरा में 10 दिन की बच्ची की हत्या का सनसनीखेज खुलासा हुआ है। राया थाना क्षेत्र के गांव बना में अबोध बच्ची का हत्यारा उसका पिता ही निकला। पुलिस ने आरोपी पिता को गिरफ्तार कर घटना का खुलासा किया। सोमवार को उसे न्यायालय में पेश किया, जहां से जेल भेज दिया। बताया गया कि आरोपी ने शर्म के कारण अबोध बेटी को तालाब में फेंक दिया था। इसके बाद उसके चोरी होने की झूठी सूचना पुलिस को दे दी थी।
चार सितंबर को गांव बना निवासी सत्यपाल ने पुलिस को सूचना दी थी कि उसकी 10 दिन की बच्ची को चोर चारपाई से उठाकर ले गया। बच्ची के चोरी की सूचना से हड़कंप मच गया। थाना प्रभारी निरीक्षक ओमहरी वाजपेयी टीम बनाकर बच्ची की तलाश में जुट गए। नौ सितंबर की शाम को बच्ची का शव गांव में तालाब में उतराता मिला था। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और पिता सत्यपाल को हिरासत में लेकर पूछताछ की।
पहले तो आरोपी पुलिस को गुमराह करता रहा। जब सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि गांव में लोग उसकी मजाक बना रहे थे। तेरा बेटा शादी लायक है और अब भी बाप बन रहा है। सत्यपाल की उम्र 45 वर्ष से अधिक है। उसका बेटा 19 साल का है। तीन वर्ष और छह वर्ष की दो बेटियां हैं।
गांववाले आरोपी को उम्र का ताना मारते थे। इसी शर्म के कारण आरोपी ने रात को मां के पास चारपाई पर सो रही बच्ची को उठाकर ले गया और तालाब में फेंक आया। इसके बाद गांव में आकर शोर मचा दिया कि कोई उसकी बच्ची को उठाकर ले गया है।
मथुरा जंक्शन से बच्चा चोरी की घटना से बाद जिले में बच्चा चोर गिरोह की अफवाह फैल रही है। आरोपी सत्यपाल ने भी अपनी बेटी के चोरी हो जाने की कहानी बनाई, लेकिन पुलिस जांच में पूरा मामला खुल गया। पुलिस आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
थाना प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि पूछताछ में आरोपी पिता ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है, उसको न्यायालय में पेश किया। वहां से उसे जेल भेज दिया है। पति की करतूत से आरोपी की पत्नी सदमे में हैं।
More Stories
बीज के नाम पर अन्नदाता से छल, बांट दिया घुन लगा, बोवनी के लिए चिंता हो रही किसान
Chirag Paswan झारखंड में 23 नवंबर के बाद ‘डबल इंजन’ सरकार बनेगी
Raipur: झूठे आरोपों से तंग आकर ऑटो मैकेनिक ने घर में फांसी लगाकर कर ली खुदकुशी, सुसाइड नोट में सामने आई ये बात