सुनील साकेत, आगरा: ब्रिटेन की सरकार में आगरा के आलोक शर्मा (Alok Sharma) को शामिल किए जाने की खबर आगरा वासियों के लिए बेहद गर्व करने वाली है। उनके परिवारीजन आगरा में रहते हैं। इसकी जानकारी मिलते ही आस पड़ोस और नाते रिश्तेदारों की ओर से बधाइयों का सिलसिला शुरू हो गया है। आलोक के पुश्तैनी मकान पर उनके छोटे चचेरे भाई विश्वनाथ शर्मा से मिलने वालों की भीड़ लगी है।
5 साल की उम्र में चले गए थे ब्रिटेन
बुधवार को आलोक का जन्मदिन था। इसी दिन उन्हें ब्रिटेन की नवनिर्मित सरकार की प्रधानमंत्री लिज ट्रस ने कैबिनेट मंत्री बनाया है। विश्वनाथ का कहना है कि आलोक शर्मा का जन्म आगरा में हुआ था। वे उनके साथ खेलते हुए बड़े हुए। उन्होंने प्राइमरी स्कूल से अपनी पढ़ाई शुरू की थी और पांच साल की उम्र में वे अपने पिता के साथ ब्रिटेन चले गए थे।
बेसन का लड्डू है पसंदीदा
आलोक शर्मा का जन्म सात सितंबर 1969 में आगरा के शाहगंज क्षेत्र स्थित कोठी मीना बाजार उनके पुश्तैनी मकान में हुआ था। विश्वनाथ शर्मा उनके चचेरे भाई हैं। जो कि रेल मंडल कार्यालय में प्रबंधक के पद पर कार्य करते हैं। विश्वनाथ ने बताया कि आलोक शर्मा शाहगंज के नॉर्मल कंपाउंड के प्राइमरी स्कूल में पढ़ने जाते थे। उन्हें बचपन से ही बेसन का लड्डू बहुत पसंद हैं। ब्रिटेन के मंत्रिपरिषद में उन्हें दोबारा मौका मिला है।
‘सीओपी26’ के अध्यक्ष
ब्रिटेन सरकार ने संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन सीपीओ 26 का अध्यक्ष नियुक्त किया है। नई कैबिनेट में उन्हें एक बार फिर से वही जिम्मेदारी दी गई है जोकि पिछली बार थी। बृहस्पतिवार को उनके पुश्तैनी आवास पर आज केक काटकर आलोक शर्मा का आज फिर जन्मदिन मनाया गया।
वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए मनाया था बर्थडे
उत्साहित होते हुए उनके चचेरे भाई ने बताया कि वे बहुत खुश हैं। आलोक शर्मा पर्यावरण के लिए काम करते हैं। कल उनके जन्मदिन को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए मनाया गया था। ब्रिटेन से भाभी और बच्चों ने कॉल किया था।
1972 में विदेश में शिफ्ट हो गए थे आलोक के पिता
आलोक शर्मा के पिता प्रेमदत्त शर्मा के पिता वेटनरी सर्जन थे। वर्ष 1972 वे बेलहम चले गए थे। इसके बाद वे यूके में शिफ्ट हो गए। पांच साल की उम्र में आलोक भी अपने पिता के साथ यूके चले गए और वही रहने लगे।
2015 से आगरा नहीं आए
आलोक शर्मा के भाई विश्वनाथ ने बताया कि आलोक शर्मा बहुत रिजर्व रहते हैं। ऑफिशियल काम से आते हैं तो वे ऑफिशियल ही रहते हैं। 2020 में वे भारत आए थे। तब वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मिले थे, लेकिन आगरा नहीं आए। आखिरी बार आलोक शर्मा 2015 में आए थे। इसके बाद वे आगरा नहीं आए।
नहीं भूले अपनी संस्कृति
भाई विश्वनाथ ने बताया कि बताया कि वे भले बचपन से विदेश में रहे हैं। मगर भारतीय संस्कार नहीं भूले हैं आज भी वे अपने माता और पिता की खुद ही देखभाल करते हैं और उनके साथ समय भी बिताते हैं। उनकी दो बेटियां भी हैं।
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