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IVF के 2 महीने बाद भी प्रेग्नेंट नहीं… झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही ने ले ली जान

ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा के थाना बिसरख क्षेत्र में एक महिला की IVF इलाज के दौरान डॉक्टर की लापरवाही से मौत हो गई। पुलिस ने फर्जी डॉक्टर को 28 अगस्त को गिरफ्तार कर लिया था। अब पुलिस जांच के दौरान डॉक्टर की एमबीबीएस की डिग्री फर्जी पाई गई है। इसके बाद पुलिस ने डॉक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू कर दी गई है। जानकारी के मुताबिक ललिता रावत, वसुंधरा इंदिरापुरम के गाजियाबाद में अपने परिवार के साथ रहती थी। बीती 19 अगस्त को ग्रेटर नोएडा के ईको विलेज-2 मार्ट में स्थित आईवीएफ क्रिएशन वर्ल्ड (IVF Creation world) में अपना इलाज करवाने के लिए आई थी, पिछले 2 महीने से प्रेगनेंसी का इलाज इसी सेंटर पर चल रहा था।

आरोप है कि 19 अगस्त को ललिता रावत के उपचार में डॉक्टर प्रियरंजन ठाकुर ने लापरवाही बरती और अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद ललिता कोमा में चली गई। तब परिजनों ने ललिता को दूसरे अस्पताल यथार्थ मे भर्ती कराया गया। मामले को लेकर महिला के पति चन्द्रभान रावत ने पुलिस से शिकायत की, जिसके के आधार पर थाना बिसरख पुलिस मामले की जांच में जुटी।

डॉक्टर को भेजा गया था जेल
पुलिस ने बताया विवेचना के दौरान महिला की यथार्थ अस्पताल में उपचार के दौरान शुक्रवार 26 अगस्त को मृत्यु हो गई। वहीं पुलिस ने यह भी बताया कि साक्ष्य एकत्रित कर आईवीएफ (IVF Creation world) सेंटर के एमडी प्रियरंजन ठाकुर को 28 अगस्त को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।

जांच में डॉक्टर की एमबीबीएस डिग्री निकली फर्जी
पुलिस ने बताया कि डॉक्टर प्रियरंजन ठाकुर के शिक्षा से जुड़े प्रमाण पत्रों की जांच कराई गई। इसमें भूपेन्द्र नारायण यूनीवर्सिटी लालूनगर मधोपुरा बिहार से जारी की गई वर्ष 2005 की एमबीबीएस की डिग्री भी शामिल थी। जांच में यह डिग्री फर्जी पाई गई। इस मामले में भी आरोपी डॉक्टर के खिलाफ केस दर्ज कार्रवाई की जा रही है।
रिपोर्ट – मनीष सिंह