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ताजमहल का नाम रहेगा या बदलेगा… आगरा नगर निगम में नहीं हो सकी चर्चा, लेकिन खूब हुआ हंगामा

आगरा: ताजमहल के नाम परिवर्तन को लेकर लगाए गए प्रस्ताव पर नगर निगम के सदन चर्चा नहीं हो सकी। इस प्रस्ताव से पहले लगे बीएसपी पार्षद के प्रस्ताव पर नगर निगम के सदन में हंगामा हो गया। बीएसपी और बीजेपी के पार्षद आमने सामने आ गए। दोनों ओर से नारेबाजी शुरू हो गई। बीजेपी के पार्षद वंदे मातरम और भारत माता की जयकारे लगाते रहे तो वहीं दूसरी ओर बीएसपी के पार्षद बाबा साहब के नारे लगा रहे थे। हंगामे के बीच सदन को स्थगित कर दिया गया। बीएसपी के पार्षदों ने मेयर को दलित विरोधी बताया है।

बुधवार को आगरा नगर निगम का 29वें अधिवेशन की बैठक हुई। सदन की इस बैठक को अहम इसलिए माना जा रहा था कि आज इस बैठक में विश्व विख्यात इमारत ताजमहल पर चर्चा होनी थी। बीजेपी के पार्षद शोभाराम राठौर ने ताजमहल के नाम को बदलकर तेजो महल करने का प्रस्ताव सदन में लगाया था, लेकिन प्रस्ताव पर चर्चा ही नहीं हो सकी। पार्षद शोभाराम राठौर का कहना है कि वे अगले सदन की बैठक में फिर से चर्चा करेंगे और ताजमहल के नाम को बदलकर तेजो महालय करवाएंगे।

बीएसपी पार्षदों ने मेयर को बताया दलित विरोधी
बीएसपी के पार्षद महेश संवेदी ने अपने वार्ड जगदीशपुरा में बौद्ध स्तूप बनवाने को लेकर प्रस्ताव दिया था। इस प्रस्ताव पर चर्चा शुरू हुई। बीजेपी के नेताओं ने इस प्रस्ताव पर एतराज जाहिर करते हुए टीम गठित कर क्षेत्र का जायजा लेने की बात कही जो कि बीएसपी के नेताओं को नागवार गुजरी। इसी बात को लेकर दोनों ओर से तीखी नोक झोंक हो गई। बीएसपी पार्षद दल के नेता मनोज सोनी ने मेयर नवीन जैन को दलित विरोधी बताया है।

दोनों ओर से लगे नारे
बीएसपी और बीजेपी के पार्षदों में जमकर नारेबाजी हुई। बीजेपी के पार्षद वंदे मातरम और भारत माता के नारे लगा रहे थे तो दूसरी ओर बीएसपी की ओर से बाबा साहब के नारे लग रहे थे। हंगामे को देखते हुए मेयर नवीन जैन ने सदन को स्थगित कर दिया। नगर निगम में कई घंटे हंगामा चलता रहा और एक महत्वपूर्ण सदन हंगामे की भेंट चढ़ गया।
रिपोर्ट – सुनील साकेत