बस्ती: बस्ती रेलवे स्टेशन पर नाबालिग नेपाली बच्चों की तस्करी के शक में आरपीएफ और जीआरपी की संयुक्त टीम ने गोरखनाथ ट्रेन में छापेमारी कर 16 नाबालिग नेपाली बच्चों को रेस्क्यू किया है। बच्चों की उम्र 4 साल से 10 साल के बीच बताई जा रही है। मुखबिर की सूचना पर बस्ती रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ की टीम ने यह करवाई की। गोरखनाथ एक्सप्रेस से 16 नाबालिग बच्चों को रेस्क्यू किया। दो लोगों को अरेस्ट किया गया है। पकड़े गए दोनों युवकों से पूंछताछ जारी है।
बच्चों को CWC टीम को जीआरपी ने सौंपा
ट्रेन से रेस्क्यू किए गए बच्चों को आरपीएफ ने CWC टीम को सौंप दिया है। यह पूरा मामला ह्यूमन ट्रैफिकिंग से जुड़ा लग रहा है। ह्यूमन ट्रैफिकिंग ऐंगल की भी पुलिस जांच कर रही है। बरामद बच्चे 4 से 10 साल के बीच है।
बच्चों को पढ़ाई के लिए ले जा रहे थे कर्नाटक?
पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ में बताया की बच्चों को कर्नाटक पढ़ाई के लिए ले जा रहे थे, जब जांच के दौरान टीम को बच्चों के पास से कोई आधार कार्ड, एड्रेस प्रूफ या कोई अन्य पेपर नहीं मिला है। गौरतलब है कि आरपीएफ और जीआरपी की टीम को नेपाली बच्चों के ट्रेन से आने की सूचना मिली जिसके बाद गोरखनाथ ट्रेन से इन बच्चों को रेस्क्यू किया गया। दो लोगों को अरेस्ट किया गया। बच्चों को CWC को सौंप दिया है।
बच्चों के माता पिता से संपर्क किया गया
बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष प्रेरक मिश्रा ने बताया की बच्चों का मेडिकल कराया जा रहा है। इनको हिंदी बोलनी नहीं आती है एक बच्चा थोड़ा बहुत हिंदी जानता है उससे बच्चों के माता पिता के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। बच्चों के माता पिता से संपर्क कर उनको बुलाया जा रहा है, जब बच्चों के परिजन पहुंचेंगे तो उनसे मामले की सही जानकारी हासिल होगी।
(रिपोर्ट- वसीम अहमद, बस्ती)
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