मथुरा: महिलाएं उम्र की ढलान पर हैं। आंखों की रोशनी कम हो गई है, उनके अपने दु:ख हैं, अपनी पीड़ा है। मगर, उनमें जज्बा, हौसला और उमंग भी कम नहीं है। वृंदावन में मौजूद कृष्ण कुटीर में रहने वाली विधवा महिलाएं आजादी के 75 साल पूरा होने पर मनाए जा रहे आजादी का अमृत महोत्सव की खुशियों में हौसले की उड़ान भर रही हैं। वह इस अभियान में किसी से पीछे नहीं हैं।
केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने इन महिलाओं के हौसले की कहानी का करीब तीन मिनट का एक वीडियो ट्वीट किया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा- ‘आजाद पंखों की कीमत आजाद ही समझता है। वृंदावन के कृष्ण कुटीर में रहने वाली विधवा महिलाएं, स्वाधार गृह और उज्ज्वला होम्स में रहने वाली मानव तस्करी, उत्पीड़न, हिंसा की शिकार महिलाएं, सखी निवास में रहने वाली कामकाजी महिलाएं सभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हर घर तिरंगा अभियान में शामिल हैं।’ इस वीडियो में बताया गया है कि इन महिलाओं को मजबूत बनाने और उनका अपना आसमान तैयार करने में पीएम मोदी के नेतृत्व में शुरू की गई कई योजनाओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
यहां रह रही है 158 विधवा और निराश्रित महिलाएं
वृंदावन में सरकार की ओर से संचालित 6 आश्रय सदन हैं, जिनमें से एक कृष्ण कुटीर भी है। इसमें फिलहाल 158 विधवा और निराश्रित महिलाएं रहती हैं। सभी की अपनी-अपनी कहानी है। मगर, उसे भूलकर कृष्ण कुटीर में रहने वाली सभी विधवा महिलाएं इन दिनों आजादी का अमृत महोत्सव मना रही हैं। यहां हर रोज राष्ट्र ध्वज फहराया जाता है, जिसमें सभी माताएं एकत्रित होकर राष्ट्र गान गाती हैं। शाम को ध्वज को उतारकर रख दिया जाता है।
बुजुर्ग माताओं ने तैयार किया तिरंगा
कृष्ण कुटीर में माताओं की देखभाल करने वाली शिल्पा बताती हैं, ‘कई बुजुर्ग माताओं ने तिरंगा झंडा तैयार किया है।’ जिला प्रोबेशन अधिकारी अनुराग श्याम रस्तोगी ने बताया कि उम्र के साथ बेशक माताओं को सुई में धागा पिरोने में दिक्कत होती है, लेकिन बावजूद इसके उनका तिरंगे के प्रति सम्मान और आजादी के पर्व को लेकर उत्साह ही है कि केंद्र सरकार की पीएम कौशल विकास योजना के तहत उन्होंने तिरंगा झंडा तैयार किया। उन्होंने बताया कि आजादी के अमृत महोत्सव को लेकर इन वृद्ध माताओं में खुशी का माहौल है। रोजाना सुबह होने वाले ध्वजारोहण में सभी माताएं सम्मिलित होती हैं। राष्ट्रगान के बाद देशभक्ति के गीत और भजन गाती हैं। इन सबके बीच देखने लायक होती है उनकी खुशी।
आजादी का अमृत महोत्सव से जुड़े कार्यक्रम भी होंगे
अधिकारी ने बताया कि इन महिलाओं ने अगरबत्ती और तुलसी की कंठी माला बनाने का भी प्रशिक्षण लिया है। 15 अगस्त को कृष्ण कुटीर में आजादी का पर्व इन माताओं के साथ मनाया जाएगा। 17 अगस्त को आजादी का अमृत महोत्सव में भी कार्यक्रम आयोजित होंगे।
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