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रक्षाबंधन की तिथि को लेकर लोगों में असमंजस है। कोई 11 तो कोई 12 अगस्त को रक्षाबंधन मनाने की बात कर रहा है। आगरा के ज्योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र ने बताया कि इस वर्ष सावन की पूर्णिमा 12 अगस्त दिन शुक्रवार में सूर्योदय के बाद तीन घड़ी से भी अधिक रहेगी, जो कि साकल्यापादिता तिथि धर्म कृत्योपयोगी रक्षाबंधन के लिए शुभ एवं श्रेष्ठ है।
उन्होंने बताया कि 11 अगस्त बृहस्पतिवार में चौदस प्रात: 10 बजकर 36 मिनट तक रहेगी। उसी समय भद्रा प्रारंभ हो जाएगी, जो कि रात्रि 8 बजकर 51 मिनट तक रहेगी। भद्राकाल में रक्षाबंधन वर्जित है। इसलिए रक्षाबंधन का पर्व 12 अगस्त को मनाया जाएगा। उधर, वृंदावन के ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में भी राखी का पर्व पूर्णिमा 12 अगस्त को मनाया जाएगा।
बांकेबिहारी मंदिर के सेवायत आचार्य प्रहलाद वल्लभ गोस्वामी ने बताया कि बिहारीजी के मंदिर में सभी त्योहार उदयतिथि के आधार पर ही मनाए जाते हैं। इस बार पूर्णिमा तिथि 11 अगस्त बृहस्पतिवार को सुबह 10 बजकर 39 मिनट 33 सेकेंड के बाद से 12 अगस्त शुक्रवार को सुबह 7 बजकर 6 मिनट 9 सेकेंड तक रहेगी।
बांकेबिहारी महाराज को भक्तों ने भेजी राखियां
इसीलिए मंदिर नियमानुसार उदयतिथि के अनुसार 12 अगस्त को ही रक्षाबंधन पर्व मनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि रक्षाबंधन के पावन पर्व पर देश-विदेश से हजारों की संख्या में बहनों द्वारा अपने भैया श्रीबांकेबिहारीजी महाराज की कलाई पर सजाने के लिए भेजी गईं समस्त राखियों एवं स्नेहपत्रों को प्रभुजी की सेवा में समर्पित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इन राखियों में सोने, चांदी, नोट एवं बहुत प्रकार की रखियों के साथ-साथ विशेष उपहार भी आए हैं। इस बार ठाकुरजी के लिए करीबन 10 हजार से भी अधिक राखियां मंदिर कार्यालय और सेवायतों के यहां पहुंची हैं। इस अवसर पर भगवान को बहुरंगी पोशाकें, रेशमीमाला , दूधमलाई से बने दिव्यतम पदार्थों के भोग निवेदित किए जाएंगे।
राखी के पर्व पर बाजार हुए गुलजार
रक्षाबंधन के त्योहार के लिए आगरा-मथुरा के बाजार गुलजार हो गए हैं। बाजार में तरह-तरह की राखियां मौजूद हैं, लेकिन इस बार खासतौर पर योगी-मोदी और बुलडोजर राखी का क्रेज देखा जा रहा है। राखी के अलावा कपड़ों और गिफ्ट की दुकानें भी सज गई हैं। साड़ी व सूट की दुकानों पर महिलाएं खरीदारी कर रही हैं।
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रक्षाबंधन की तिथि को लेकर लोगों में असमंजस है। कोई 11 तो कोई 12 अगस्त को रक्षाबंधन मनाने की बात कर रहा है। आगरा के ज्योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र ने बताया कि इस वर्ष सावन की पूर्णिमा 12 अगस्त दिन शुक्रवार में सूर्योदय के बाद तीन घड़ी से भी अधिक रहेगी, जो कि साकल्यापादिता तिथि धर्म कृत्योपयोगी रक्षाबंधन के लिए शुभ एवं श्रेष्ठ है।
उन्होंने बताया कि 11 अगस्त बृहस्पतिवार में चौदस प्रात: 10 बजकर 36 मिनट तक रहेगी। उसी समय भद्रा प्रारंभ हो जाएगी, जो कि रात्रि 8 बजकर 51 मिनट तक रहेगी। भद्राकाल में रक्षाबंधन वर्जित है। इसलिए रक्षाबंधन का पर्व 12 अगस्त को मनाया जाएगा। उधर, वृंदावन के ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में भी राखी का पर्व पूर्णिमा 12 अगस्त को मनाया जाएगा।
बांकेबिहारी मंदिर के सेवायत आचार्य प्रहलाद वल्लभ गोस्वामी ने बताया कि बिहारीजी के मंदिर में सभी त्योहार उदयतिथि के आधार पर ही मनाए जाते हैं। इस बार पूर्णिमा तिथि 11 अगस्त बृहस्पतिवार को सुबह 10 बजकर 39 मिनट 33 सेकेंड के बाद से 12 अगस्त शुक्रवार को सुबह 7 बजकर 6 मिनट 9 सेकेंड तक रहेगी।
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