प्रयागराज: प्रयागराज (Prayagraj) में जोरदार बारिश में एक दंपत्ती अपने बेटे को शव को कंधे पर ले जाने के लिए मजबूर हो गया। यह नजारा देखकर हर कोई हैरान था। मानवता को शर्मशार करने वाला यह दृश्य SRN Hospital से नये नैनी पुल तक लोग देखते रहे। कुछ लोगों ने पूछताछ कर अपनी जिम्मेदारी निभा दी, कुछ नहीं फोटो खींच ली तो किसी ने वीडियो बना लिया, लेकिन मजबूर बजरंगी यूं ही पैदल आगे बढ़ता रहा। देखने वाले लोगों ने बताया कि जब बजरंगी थक जाता था तो पत्नी भी बेटे के शव को कंधे पर रख कर आगे बढ़ लेती थी।
करीब 10 किलोमीटर तक का सफर तय करने के बाद नये नैनी पुल पर सेना के जवानों की नजर पड़ी, उन्होंने अपनी गाड़ी रोक दी। उधर से गुजर रहे एक एंबुलेंस को रोककर सेना के जवानों ने बजरंगी को उसपर बैठकर उसके गांव की ओर रवाना किया।
करंट लगने से हुई बेटे की मौत
दरअसल करछना थाना क्षेत्र के रामपुर सेमरा गांव में रहने वाले बजरंगी यादव का बेटा शुभम (9) करंट की चपेट में आ गया था। इसके बाद बजरंगी यादव ने शुभम को इलाज के लिए एसआरएन हॉस्पिटल में एडमिट कराया था। जहां इलाज के दौरान शुभम की मौत हो गई। शुभम के इलाज में बजरंगी के पास जितने पैसे थे सब खर्च हो गये थे। हॉस्पिटल में जब उसने एंबुलेंस की मांग की तो एंबुलेंस चालक ने पैसे की डिमांड की। पैसे नहीं होने पर वह अपने बेटे के शव को कंधे पर रखकर अपने गांव की ओर पैदल ही चल दिया। इस संबंध में अस्पताल प्रशासन कुछ भी कहने से बच रहा है।
रिपोर्ट – शिव पूजन सिंह
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