राज्य पुरातत्व परामर्शदात्री समिति की उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह की अध्यक्षता में हाल में ही समन्न हुई, बैठक में क्षेत्रीय पुरात्तव ईकाई, आगरा के प्रस्तावित 15 स्मारकों/स्थलों के संरक्षण का निर्णय लिया गया।
यह जानकारी पर्यटन मंत्री श्री जयवीर सिंह ने देते हुये बताया कि क्षेत्रीय पुरातत्व ईकाई, आगरा के अन्तर्गत स्थित स्मारकों एवं स्थलों का ऐतिहासिक एवं पुरातात्विक महत्व है। इनकों संरक्षित करके प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को भावी पीढ़ी के लिए सुरक्षित करना है। उन्होने बताया कि इन स्थलों से देश की गौरवशाली विरासत जुड़ी हुयी है।
श्री जयवीर सिंह ने बताया कि इन धार्मिक एवं ऐतिहासिक स्थलों को संरक्षित करके यहां बुनियादी सुविधायें विकसित की जायेंगी। जिसके फलस्वरूप ये स्थल भी सुरक्षित रहेंगे और देशी-विदेशी सैलानियों के लिए पर्यटन स्थल के रूप में उपलब्ध रहेंगे। उन्होने बताया कि इससे स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा तथा राज्य सरकार को राजस्व भी प्राप्त होगा।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि इन स्थलों में सरोवर एवं छतरियाँ, कांवरगांव, मथुरा, ताज बीबी की समाधि रमणरेती, महावन मथुरा, लक्ष्मीघाट वृन्दावन, मथुरा, पुरानी हवेली के दो बुर्ज आगरा नगर, चित्रित शैलाश्रय, फतेहपुर सीकरी, चित्रित शैलाश्रय पतसाल, चित्रित शैलाश्रय, बंदरौली, तथा चित्रित शैलाश्रय, आगरा शामिल है।
इसके अलावा बाग-ए-जहांआरा, बाग-ए-सुल्तान परवेज, रामबाग, बटेश्वर का किला बटेश्वर बाह, हवेली के बुर्ज, मुबारक मंजिल, बल्केश्वर (यमुना का दाहिना किनारा), आगरा इसके अलावा चन्द्रबाड़ का किला, फिरोजाबाद एवं मध्यकालीन सराय छाता जिला मथुरा शामिल है।
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