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महिलाएं और युवतियां अपने दम पर हर क्षेत्र में दबदबा बनाए हैं। पुरुषों का खेल माने जाते रहे आर्म रेसलिंग में भी तस्वीर बदली है। आगरा में बड़ी संख्या में युवतियां इस खेल को अपना रही हैं। पदक जीत कर अपना और शहर का नाम रोशन कर रही हैं। जिले की करीब 30 महिलाएं आर्म रेसलिंग की राज्य और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले रही हैं। इस बार राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में भाग लेने जा रही जिले की नौ सदस्यीय टीम में पांच महिला खिलाड़ी हैं।
हमारे लिए भी होते हैं पावर गेम्स
इन्हीं में से एक हैं मधु नगर निवासी सत्येंद्रेश्वरी। 40 साल की सत्येंद्रेश्वरी माध्यमिक विद्यालय में शिक्षक हैं। एक साल से आर्म रेसलिंग खेल से जुड़ी हुई हैं। वह पावर लिफ्टिंग की खिलाड़ी रह चुकी हैं। सत्येंद्रेश्वरी ने बताया कि खेलना शुरू किया तो लोग बोले, पावर गेम्स लड़कियों के लिए नहीं होते। इनमें ताकत की जरूरत होती है। बात दिल को लग गई तो दिखाया कि पावर गेम्स लड़कियों के लिए भी होते हैं। उन्होंने जुलाई के दूसरे पखवाड़े में अलीगढ़ में आयोजित राज्यस्तरीय आर्म रेसलिंग प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता। नेशनल के लिए चुनाव हुआ है।
बाधाओं को पार कर बनाया रास्ता
दयालबाग निवासी रेखा राजपूत भी दोहरी भूमिका में हैं। माध्यमिक विद्यालय में शिक्षक होने के साथ वह आर्म रेसलिंग की खिलाड़ी हैं। उन्होंने बताया कि दो साल पहले खेलना शुरू किया था। पहले हिचकती थी कि लोग क्या कहेंगे। बाकी महिलाओं को देखा तो हिम्मत बंधी। कई समस्याएं भी आईं लेकिन उन बाधाओं को पार कर रास्ता बनाया। वह नेशनल खेलने के लिए जल्द श्रीनगर जाएंगी। अलीगढ़ में आपने रजत पदक जीता।
दो स्वर्ण सहित नौ पदक जीते
आगरा जिला आर्म रेसलिंग के सचिव पवन सिंह ने बताया कि विगत 2-3 साल में महिलाओं के बीच इस खेल के प्रति आकर्षण बढ़ा है। 22-24 जुलाई को आर्म रेसलिंग की राज्यस्तरीय प्रतियोगिता अलीगढ़ में हुई थी। महिला खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया। आगरा को मिले कुल 9 पदक में से 5 महिला खिलाड़ियों के नाम रहे। नौ पदकों में 2 स्वर्ण, 4 रजत और 3 कांस्य रहे। पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को नेशनल टीम में चयन हुआ है। ये खिलाड़ी 17-22 अगस्त तक श्रीनगर में होने वाली नेशनल प्रतियोगिता में भाग लेंगे।
विस्तार
महिलाएं और युवतियां अपने दम पर हर क्षेत्र में दबदबा बनाए हैं। पुरुषों का खेल माने जाते रहे आर्म रेसलिंग में भी तस्वीर बदली है। आगरा में बड़ी संख्या में युवतियां इस खेल को अपना रही हैं। पदक जीत कर अपना और शहर का नाम रोशन कर रही हैं। जिले की करीब 30 महिलाएं आर्म रेसलिंग की राज्य और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले रही हैं। इस बार राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में भाग लेने जा रही जिले की नौ सदस्यीय टीम में पांच महिला खिलाड़ी हैं।
हमारे लिए भी होते हैं पावर गेम्स
इन्हीं में से एक हैं मधु नगर निवासी सत्येंद्रेश्वरी। 40 साल की सत्येंद्रेश्वरी माध्यमिक विद्यालय में शिक्षक हैं। एक साल से आर्म रेसलिंग खेल से जुड़ी हुई हैं। वह पावर लिफ्टिंग की खिलाड़ी रह चुकी हैं। सत्येंद्रेश्वरी ने बताया कि खेलना शुरू किया तो लोग बोले, पावर गेम्स लड़कियों के लिए नहीं होते। इनमें ताकत की जरूरत होती है। बात दिल को लग गई तो दिखाया कि पावर गेम्स लड़कियों के लिए भी होते हैं। उन्होंने जुलाई के दूसरे पखवाड़े में अलीगढ़ में आयोजित राज्यस्तरीय आर्म रेसलिंग प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता। नेशनल के लिए चुनाव हुआ है।
बाधाओं को पार कर बनाया रास्ता
दयालबाग निवासी रेखा राजपूत भी दोहरी भूमिका में हैं। माध्यमिक विद्यालय में शिक्षक होने के साथ वह आर्म रेसलिंग की खिलाड़ी हैं। उन्होंने बताया कि दो साल पहले खेलना शुरू किया था। पहले हिचकती थी कि लोग क्या कहेंगे। बाकी महिलाओं को देखा तो हिम्मत बंधी। कई समस्याएं भी आईं लेकिन उन बाधाओं को पार कर रास्ता बनाया। वह नेशनल खेलने के लिए जल्द श्रीनगर जाएंगी। अलीगढ़ में आपने रजत पदक जीता।
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