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गर्मी के मौसम में आराध्य को ठंडक देने की आस्था से पिछले 109 दिन से वृंदावन के बांकेबिहारी मंदिर में सजाए जा रहे कलात्मक फूलबंगलों के निर्माण की शृंखला का हरियाली अमावस्या को समापन हो गया। ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में हर दिन फूलबंगलों में रायबेल, चंपा, चमेली, गुलदाबरी, गुलाब, गेंदा आदि फूलों का प्रयोग किया गया। इस बार भक्तों ने बांकेबिहारी मंदिर में फूलबंगला सजाने में करीब 20 करोड़ रुपये दिए।
हरियाली अमावस्या पर ठाकुर श्रीबांकेबिहारी मंदिर में भारी भीड़ रही। आराध्य को फूलबंगले में विराजमान देख भक्तों की खुशी का ठिकाना न रहा। मंदिर परिसर को विभिन्न प्रकार के सुगंधित फूलों से सजाया गया। बृहस्पतिवार की सुबह से ही ठाकुर श्रीबांकेबिहारी मंदिर में भारी भीड़ देखी गई।
एक फूलबंगला सजाने में खर्च होते हैं 5 से 10 लाख रुपये
फूलबंगले में विराजित होकर जन-जन के आराध्य ठाकुर श्रीबांकेबिहारी ने भक्तों को दर्शन देकर कृतार्थ किया। सेवायत आचार्य प्रह्लाद वल्लभ गोस्वामी ने बताया कि एक समय का फूलबंगला बनने में करीब पांच से दस लाख रुपये तक खर्च करने वाले भक्तजनों ने इस बार 109 दिन के पूरे सीजन में बनाए गए 218 फूलबंगला सजाने में करीब 20 करोड़ रुपये की धनराशि व्यय की। कुछ वर्ष पूर्व तक सिर्फ शाम के समय ही बंगले सजाए जाते थे लेकिन 2017-18 में इलाहाबाद उच्च न्यायालय द्वारा पारित आदेश के उपरांत दोनों समय फूलबंगले बनने लगे हैं।
इन मंदिरों में भी उमड़े भक्त
तीर्थनगरी के ठाकुर राधावल्लभ मंदिर, रामादामोदर, सेवाकुंज, निधिवन, इस्कॉन मंदिर, राधारमण मंदिर, प्रेम मंदिर सहित अनेक मंदिरों में भी बृहस्पतिवार की सुबह से ही अपने आराध्य की एक झलक पाने को भक्त उमड़ पड़े। अमावस्या के अवसर पर भक्तजनों ने यमुना स्नान कर वृंदावन की पंचकोसीय परिक्रमा दी।
हरियाली तीज पर राधाकुंड के मंदिरों में देर तक होंगे दर्शन
हरियाली तीज 31 जुलाई को नगर के मंदिरों में राधाकृष्ण के हिंडोले में विराजमान होकर देर रात तक भक्तों को दर्शन देंगे। रोजाना खुलने वाले दर्शनों की अपेक्षा हरियाली तीज के दिन 4 घंटे अधिक राधा-कृष्ण अपने भक्तों को दर्शन देंगे।
विस्तार
गर्मी के मौसम में आराध्य को ठंडक देने की आस्था से पिछले 109 दिन से वृंदावन के बांकेबिहारी मंदिर में सजाए जा रहे कलात्मक फूलबंगलों के निर्माण की शृंखला का हरियाली अमावस्या को समापन हो गया। ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में हर दिन फूलबंगलों में रायबेल, चंपा, चमेली, गुलदाबरी, गुलाब, गेंदा आदि फूलों का प्रयोग किया गया। इस बार भक्तों ने बांकेबिहारी मंदिर में फूलबंगला सजाने में करीब 20 करोड़ रुपये दिए।
हरियाली अमावस्या पर ठाकुर श्रीबांकेबिहारी मंदिर में भारी भीड़ रही। आराध्य को फूलबंगले में विराजमान देख भक्तों की खुशी का ठिकाना न रहा। मंदिर परिसर को विभिन्न प्रकार के सुगंधित फूलों से सजाया गया। बृहस्पतिवार की सुबह से ही ठाकुर श्रीबांकेबिहारी मंदिर में भारी भीड़ देखी गई।
एक फूलबंगला सजाने में खर्च होते हैं 5 से 10 लाख रुपये
फूलबंगले में विराजित होकर जन-जन के आराध्य ठाकुर श्रीबांकेबिहारी ने भक्तों को दर्शन देकर कृतार्थ किया। सेवायत आचार्य प्रह्लाद वल्लभ गोस्वामी ने बताया कि एक समय का फूलबंगला बनने में करीब पांच से दस लाख रुपये तक खर्च करने वाले भक्तजनों ने इस बार 109 दिन के पूरे सीजन में बनाए गए 218 फूलबंगला सजाने में करीब 20 करोड़ रुपये की धनराशि व्यय की। कुछ वर्ष पूर्व तक सिर्फ शाम के समय ही बंगले सजाए जाते थे लेकिन 2017-18 में इलाहाबाद उच्च न्यायालय द्वारा पारित आदेश के उपरांत दोनों समय फूलबंगले बनने लगे हैं।
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