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रिटायर सीओ ने कोर्ट में किया समर्पण, भेजे गए जेल, जिला पंचायत चुनाव में प्रत्याशी को बंधक बनाने का था आरोप

जालौन: उत्तर प्रदेश के जालौन में साल 2020 में हुए जिला पंचायत के चुनाव में सदस्य पद के प्रत्याशी को बंधक बनाकर थाने में बैठाने के मामले में सोमवार को रिटायर्ड सीओ को जेल जाना पड़ा। रिटायर्ड सीओ के खिलाफ कोर्ट से वारंट जारी हुआ था। वहीं कुर्की की नौबत आने पर रिटायर्ड सीओ ने कोर्ट में समर्पण कर दिया, जिसके बाद न्यायालय ने उन्हें जेल भेज दिया है।

दरअसल, मामला वर्ष 2000 के जालौन के चूर्खी थाना क्षेत्र का है। जहां पर अटरकला निवासी विष्णु पाल सिंह नन्नू राजा ने कोर्ट में अधिवक्ता कीरत सिंह सेंगर के सहयोग से वाद दाखिल किया था। उन्होंने यह आरोप लगाया था कि वह जिला पंचायत का चुनाव लड़ रहे थे और तत्कालीन एसडीएम कालपी जेपी चौरसिया और चूर्खी थाना के एसओ मोहम्मद गौस ने उनको उनको जबरन बंधक बना लिया। इसके बाद थाने में बैठा कर मारपीट भी की।

उच्च न्यायालय से रिटायर्ड सीओ को नहीं मिली राहत
कोर्ट ने तत्कालीन थाना प्रभारी मोहम्मद गौस बीजेपी चौरसिया को गंभीर आरोप के चलते नोटिस जारी किया था। इसके बाद आरोपित ने उच्च न्यायालय में याचिका डाली, लेकिन राहत नहीं मिली मामला। यह मामला स्पेशल डकैती कोर्ट के न्यायाधीश अंचल लवानिया की अदालत में चल रहा था। जहां से नोटिस के बाद वारंट जारी किया गया।

कुर्की के डर से कोर्ट में किया सरेंडर, एसडीएम फरार
न्यायालय ने सख्ती दिखाई तो तत्कालीन एसओ मोहम्मद गौस ने सोमवार को स्पेशल डकैती जज अंचल लवानिया की कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। मामले की पैरवी अधिवक्ता शिवेश सेंगर ने बताया कि कोर्ट में समर्पण करने वाले आरोपी तत्कालीन एसओ मोहम्मद गौरी को जेल भेज दिया गया है। वह 4 साल पहले सीओ के पद से रिटायर हुए हैं। वहीं इस मामले में तत्कालीन एसडीएम फरार है।
रिपोर्ट – विशाल कुमार