निदेशक बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार डा0 सारिका मोहन ने बताया कि ई.सी.सी.ई. के सुदृढ़ीकरण हेतु विभाग द्वारा बेसिक शिक्षा विभाग के सहयोग से विगत वर्षों में समस्त ऑगनबाडी कार्यकत्रियों को ई0सी0सी0ई0 (अर्ली चाइल्डहुड केयर एण्ड एजुकेशन) गतिविधियों के संबंध में प्रशिक्षित किया गया है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में प्रदेश के 31 जनपदों में आंगनबाड़ी केन्द्रों पर 03-06 वर्ष के बच्चों हेतु प्री-स्कूल किट क्रय के लिए जनपदों को कुल धनराशि रु0 1523.33 लाख आवंटित कियेे जाने की कार्यवाही पूर्ण की जा चुकी है। शेष 44 जनपदों में विगत वर्ष मंे ही प्री-स्कूल किट क्रय की कार्यवाही पूर्ण की गई है।
डा0 सारिका मोहन ने कहा कि बच्चों के जीवन के प्रारंभिक वर्षों में गुणवत्तापूर्ण बचपन की देख-भाल और शिक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में भी 03-06 वर्ष की आयु के बच्चों के लिये ई0सी0सी0ई0 को महत्व देते हुये स्कूली शिक्षा के बुनियादी स्तर में इसे सम्मिलित किया गया है। ऑगनवाड़ी केन्द्रों के माध्यम से 03-06 वर्ष की आयु के बच्चों को प्रारंभिक बाल्यावस्था में देख-भाल और शिक्षा के दृष्टिगत इन बच्चों में सर्वांगीण विकास के लिए ई.सी.सी.ई. गतिविधियां अत्यंत ही महत्वपूर्ण हैं। आंगनबाड़ी केन्द्र के 03-06 वर्ष के बच्चों को खेल-खेल में शाला-पूर्व शिक्षा प्रदान की जाती है। बच्चों के लिए शाला-पूर्व शिक्षा को रुचिकर व सरल बनाने के लिए प्री-स्कूल किट के रुप में प्लास्टिक के बिल्डिंग ब्लाक, पज़ल, चित्र फ्लैश कार्ड, स्लेट, हिन्दी व अंग्रेजी अक्षर चार्ट आदि उपलब्ध कराया जाता है।
विभाग द्वारा ई.सी.सी.ई. के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु मासिक थीम आधारित वार्षिक गतिविधि कैलेण्डर विकसित किया है। इन निर्धारित गतिविधियों के अनुसार आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों हेतु सहायक सामग्री के रुप मंे ’’पहल पुस्तिका’’ भी विकसित करते हुए उपलब्ध करायी गयी है। बच्चों को कहानी के माध्यम से शिक्षा प्रदान किये जाने के उद्देश्य से समस्त आंगनबाड़ी केन्द्रों पर ‘‘नेशनल बुक ट्रस्ट‘‘ द्वारा प्रकाशित कहानी की 06 किताबें उपलब्ध करायी गयी हैं। बच्चों को खेल-खेल में गतिविधियां कराने के लिए ‘‘कम लागत-बिना लागत’’ पुस्तिका भी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की सहायता के लिए उपलब्ध करायी गयी है।
निदेशक ने बताया कि ई.सी.सी.ई सामग्री के रुप में वार्षिक गतिविधि कैलेण्डर, बाल गतिविधि पुस्तिका, टी.एल.एम हेतु पुस्तिका एवं बाल्य मूल्यांकन कार्ड भी उपलब्ध कराए गए हैं। इसके अतिरिक्त विभागीय यू-ट्यूब चैनल पर ई.सी.सी.ई. सम्बन्धी विभिन्न गतिविधियों पर आधारित वीडियो एवं आडियो सामग्री उपलब्ध है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में प्रदेश के 42 जनपदों में आंगनबाड़ी केन्द्रों पर 03-06 वर्ष के बच्चों हेतु ई.सी.सी.ई सामग्री क्रय के लिए जनपदों को कुल धनराशि रु0 482.11 लाख आवंटित कियेे जाने की कार्यवाही पूर्ण की जा चुकी है। शेष 33 जनपदों में पूर्व से ही ई.सी.सी.ई सामग्री क्रय की कार्यवाही पूर्ण की गई है।
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