लखनऊ: योगी सरकार से इस्तीफा देने वाले राज्यमंत्री दिनेश खटीक के माध्यम से लगाए गए आरोपों को लेकर विपक्ष हमलावर हो गया है। इसको लेकर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि जीरो टॉलरेंस का दावा करने वाली बीजेपी सरकार की पोल खुल गई है। मंत्रियों-अधिकारियों के बीच बंदर बांट के लिए खींचतान चल रही है और एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं।
तबादलों और नियुक्तियों में लूट मची- अखिलेश
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार के मंत्री और अधिकारी मिलकर जनता को लूट रहे हैं। सरकारी विभागों में तबादलों और नियुक्तियों में बड़े पैमाने पर लूट मची है। सरकार के भ्रष्टाचार की चर्चा हर जुबान पर है। यह सब तो सिर्फ 100 दिन की ही उपलब्धि है। आगे-आगे देखते रहिये होता है क्या? उन्होंने ने कहा कि लोक निर्माण विभाग, स्वास्थ्य विभाग और जल शक्ति विभाग सहित अन्य विभागों में भी तबादलों का धंधा बीजेपी में एक बड़ा उद्योग बन गया है। जांच की आंच बड़े-बड़े लोगों तक पहुंचने पर बीजेपी सरकार लीपापोती करने में लग गई है। खुद बीजेपी सरकार के एक मंत्री ने तबादलों में वसूली और भ्रष्टाचार को सार्वजनिक रूप से उजागर करते हुए इस्तीफा दिया है।
अखिलेश ने घोटालों को लेकर सरकार पर हमला बोला
सपा मुखिया यही नहीं रुके उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में भी तबादलों के धंधे के साथ करोड़ों रुपये की दवाओं में हेराफेरी के मामले सामने आए हैं। विभाग में मंत्री और विभागीय प्रमुख के बीच खींचतान के चलते अव्यवस्था व्याप्त है। अखिलेश ने आगे कहा कि पशुपालन विभाग में करोड़ो रुपये की दवाएं एवं उपकरण खरीद के नए घोटाले के मामले भी सामने आए हैं। आवास विकास परिषद और शिक्षा विभाग में भी धांधलियां उजागर हुई है। वहीं, उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी सरकार घोटालों के नए-नए कीर्तिमान बनाने में भी अव्वल साबित हुई है। होम्योपैथिक विभाग में छात्रवृत्ति गबन, दारोगा भर्ती में बड़े पैमाने पर अनियमितताओं ने बीजेपी सरकार की छवि दागदार बना दी है। नाली-नलकूप से लेकर शहरों से कचरा निपटान तक में लूट चल रही है। सरकार में बड़े ओहदों पर बैठे अफसरान घोटालों की जांच में कम उन्हें रफादफा करने में ज्यादा रुचि ले रहे हैं।
नाराज मंत्री ने सीएम योगी से मुलाकात कर अपनी बात रखी
बता दें कि योगी सरकार के राज्यमंत्री दिनेश खटीक के इस्तीफे का एक पत्र बुधवार को वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह के नाम पत्र लिखकर अपने इस्तीफे का कारण बताया था। पत्र में मंत्री ने अपने विभाग के अफसरों पर तमाम तरह के आरोप लगाए थे। पत्र में दिनेश खटीक ने लिखा है कि जलशक्ति विभाग में दलित समाज का राज्य मंत्री होने के कारण उनके किसी भी आदेश पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। उन्होंने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश सरकार के अफसर दलितों का अपमान कर रही है। वहीं, इसको लेकर दिनेश खटीक ने बुधवार रात दिल्ली में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात भी की थी। गुरुवार दोपहर को सीएम योगी से मिलने उनके आवास पर भी पहुंचे थे। सीएम से मुलाकात के बाद बागी मंत्री दिनेश खटीक ने कहा कि जो विषय थे, वो सीएम योगी को बता दिए है, जल्द ही उनपर कार्रवाई होगी।
इनपुट- अभय सिंह
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