जालौन: बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे (Bundelkhand Expressway) सुविधाओं के साथ उद्घाटन के लिए तैयार है। आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) जालौन आकर बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे की सौगात प्रदेशवासियों को सौपेंगे। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के बाद उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) अब देश में सबसे ज्यादा एक्सप्रेसवे देने वाला राज्य बन गया है। बुंदेलखंड की उम्मीदों को परवान चढ़ाने वाली यह 4 लेन रोड चित्रकूट (एनएच-35), बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, औरैया और इटावा से होकर गुजरेगी। इटावा में एक्सप्रेसवे कुदरैल के पास यह लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे से मिल जाएगी। इस पर सफर करने वाले यात्रियों की सुरक्षा के लिए 6 सीओ और 128 पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं। इनमें सेना और पुलिस के जवान हैं। साथ ही 12 इनोवा गाड़ियां पेट्रोलिंग के लिए लगाई गई हैं, जो 24 घंटे एक्सप्रेस वे में फर्राटा भरते हुए यहां से गुजरने वाले वाहनों पर पैनी नजर रखेंगी।
पीएम मोदी के आगमन को लेकर सुरक्षा व्यवस्था के लिहाज से जालौन में कई जिलों की फोर्स को तैनात किया गया है। लगभग 10 हजार पुलिसकर्मी और 50 टीमें पीएम की सुरक्षा व्यवस्था में रहेंगी। वहीं जनसभा स्थल पर एसपीजी भी अपना डेरा डाले हुए हैं। जालौन के कैथरी गांव में एसपीजी और पुलिसकर्मियों के साथ तैयारियों का जायजा लिया गया और ये भी प्लान तैयार किया गया कि अगर बारिश हुई तो पीएम को सड़क मार्ग से जालौन आएंगे।
दरअसल, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे उद्धघाटन के बाद बुंदेलखंड विकास की मुख्य धारा से जुड़ेगा। पीएम मोदी के कार्यक्रम की रूपरेखा तय हो चुकी है और तैयारियां भी अंतिम पड़ाव पर है। सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने की पहल बुंदेलखंड की सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने के लिए अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।
पीएम के आगमन की तैयारी पूरी
जालौन के कैथेरी गांव में पीएम मोदी की विशाल जनसभा आयोजित होगी, जिसमें वह एक लाख से ज्यादा लोगों को संबोधित करेंगे। लोगों के बैठने के लिए 104 ब्लॉक बनाए गए हैं। इसके साथ ही सुरक्षा व्यवस्था के नजरिए से फुलप्रूफ इंतजाम किया गया है।
ट्रेन से पहले सड़क मार्ग से पहुंच सकेंगे चित्रकूट
चित्रकूट से दिल्ली पहुंचने के लिए अभी आपको संपर्क क्रांति एक्सप्रेस में 10-11 घंटे का सफर करना पड़ता है। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से अब दिल्ली पहुंचने में केवल 6 से 6:30 घंटे लगेंगे। चित्रकूट से शुरू होकर इटावा तक जाने वाले इस 296 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे का 100 फीसदी काम बुधवार को पूरा हो गया। 16 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जालौन के कैथेरी गांव में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करेंगे। वह यहां जनसभा को भी संबोधित करेंगे।
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे
पीएम मोदी ने ही किया था शिलान्यास
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फरवरी-2020 में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का शिलान्यास किया था। इस परियोजना को फरवरी 2023 में पूरा होना था, लेकिन काम 8 महीने पहले ही पूरा हो गया। बीते कुछ दिनों में मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव गृह एक्सप्रेसवे के काम और प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा कर चुके हैं। 6 हिस्सों में बने एक्सप्रेसवे के निर्माण पर 14,850 करोड़ रुपये का खर्च आया है।
किसानों को होगा फायदा
जानकारों के अनुसार, बुंदेलखंड में मटर का बड़े पैमाने पर उत्पादन होता है। एक्सप्रेस-वे के जरिए फसल को समय से दूसरे शहरों में पहुंचाया जा सकेगा। झांसी और चित्रकूट जैसी जगहों पर पर्यटकों की संख्या में भी इजाफे का अनुमान लगाया जा रहा है। बारिश के पानी के संचयन के लिए एक्सप्रेस-वे पर हर 500 मीटर की दूरी पर पिट बनाए जा रहे हैं। हरियाली के लिए 7 लाख पौधे रोपे जाएंगे। आसपास के गांवों के स्वयं सहायता समूहों की मदद से औषधीय पौधे लगाए जाएंगे। इससे लोगों को रोजगार मिलेगा। इसके अलावा एक्सप्रेस-वे के दोनों तरफ पांच किलोमीटर की दूरी में आने वाले स्कूलों में 2-2 स्मार्ट क्लासेज भी बनाई गई हैं, ताकि बच्चे बदलते वक्त के साथ कदमताल कर सकें।
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे की खासियत तो जानिए
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे बाग, केन, श्यामा, चंदावल, यमुना, बेतवा और सेंगुर नदियों से गुजरा है। 296 किलोमीटर की लंबाई में 4 रेलवे ओरवरब्रिज, 14 बड़े पुल, 286 छोटे पुल, 19 फ्लाईओवर और 224 अंडरपास बनाए गए हैं। इतनी दूरी में 6 टोल-प्लाजा मिलेंगे। 13 पॉइंट्स से एक्सप्रेस-वे पर चढ़ा-उतरा जा सकेगा। फिलहाल 4 लेन एक्सप्रेस-वे का भविष्य में 2 लेन विस्तार कर 6 लेन बनाया जा सकेगा। यह पूरी तरह एक्सेस-कंट्रोल्ड होगा। 4 जगहों पर पेट्रोल पंप और 4 जगहों पर जनसुविधाएं विकसित की जाएंगी।
डिफेंस कॉरिडोर का होगा निर्माण
चित्रकूट में डिफेंस कॉरिडोर के लिए 103 हेक्टेयर जमीन चिह्नित की गई है। झांसी में 183 हेक्टेयर जमीन पर डिफेंस कॉरिडोर की पहली एंकर यूनिट (भारत डायनमिक्स लिमिटेड) की आधारशिला पीएम ने नवंबर-2021 में रखी थी। बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के सभी टॉल प्लाजा और रैंप प्लाजा में बुंदेलखंड की धार्मिक और ऐतिहासिक विरासतों की झलक देखने को मिलेगी। यूपीडा पैकेज-1 के सहायक अभियंता एस के यादव ने बताया कि दीवारों पर बुंदेलखंडी कला संस्कृति और धार्मिक ऐतिहासिक महत्त्व के चित्र उकेरे जा रहे हैं। लोगों को मशहूर रनगढ़ दुर्ग, कालिंजर, भूरागढ़, झांसी का किला समेत कई ऐतिहासिक इमारतों और यहां के वीरों को चित्र देखने को मिलेंगे।
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