मिर्जापुर: एक तरफ सूबे के स्वास्थ्य मंत्री अस्पतालों का लगातार औचक निरीक्षण कर रहे हैं और मरीजों को बेहतर सुविधा प्रदान करने के निर्देश देते दिखाई दे रहे हैं। उसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग और उसके कर्मचारी सुधरने का नाम नहीं ले रहें। लगातार डॉक्टर अपनी ड्यूटी से गायब मिल रहे हैं। इसका उदाहरण मिर्जापुर के जिला अस्पताल में देखने को मिला। जहां डिलेवरी कराने आई एक महिला की मौत के मामले में सीएमएस समेत चार डॉक्टरों पर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है।
चार जुलाई का मामला आरोप ड्यूटी से गाएब थे डॉक्टर
दरअसल, बीते चार जुलाई को नगर के तिवारनी टोला निवासी वैशाली दुबे (26) महिला जिला अस्पताल प्रसव के लिए आई थी और पुत्री को जन्म भी दिया था। डिलिवरी के बाद प्रसूता की मौत हो गई और परिजनों ने जमकर हंगामा काटा था। मौके पर नगर मजिस्ट्रेट भी पहुंचे थे। परिजनों का आरोप था कि डॉक्टर ड्यूटी पर मौजूद नहीं थे। नर्सों ने डिलिवरी कराई थी, अगर डॉक्टर ड्यूटी पर होते तो पीड़िता की जान नहीं जाती।
डीएम ने गठित की थी जांच टीम
परिजनों के आरोप पर डीएम प्रवीण कुमार ने जांच टीम गठित की थी। मृतका के पति के तहरीर पर नगर कोतवाली अस्पताल के सीएमएस समते चार डॉक्टर पर मुकदमा दर्ज किया गया।
मृतका के घरवालों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज
सीओ सिटी प्रभात राय के मीडिया को दिए बयान के अनुसार, प्रसूता की मौत के मामले में परिवार वालों ने अस्पताल प्रशासन और डाक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया था। मृतका के पति की तहरीर पर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज कर मामले की छानबीन की जा रही है।
इनपुट- मनीष सिंह
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