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विश्व संचारी रोग दिवस पर 2573 श्वानों को शिविर लगाकरउपचार व टीकाकरण किया गया

अवध पेट प्रैक्टिशनर्स एसोसिएशन ;।च्च्।द्ध के तत्वावधान मे गत 06 जुलाई 2022 को विश्व संचारी दिवस के अवसर पर ए0पी0पी0ए0 के सदस्य पशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर द्वारा उनकी पेट क्लीनिक पर निःशुल्क चिकित्सा, कृमि नाशक दवापान तथा वाह्य परजीवी के समूल निवारण हेतु आवश्यक औषधियां दी गई। इसके अतिरिक्त शिविर में आए हुए पैट्स का चिकित्सीय परीक्षण कर आवश्यक दवाओं एवं फूड सैंपल का भी निःशुल्क वितरण किया गया।
इस आयोजन में ए0पी0पी0ए0 से संबंधित लगभग 55 चिकित्सा केंद्रों पर अप्पा के सदस्यों द्वारा संचारी रोगों से संबंधित आवश्यक जानकारी एवं जागरूकता महाअभियान को संचालित किया गया। डॉ रजनीश चंद्रा ने बताया कि जूनोसिस या संचारी रोग ऐसे रोग हैं जो पशु एंड मनुष्यों को परस्पर संक्रमित करने की क्षमता रखते हैं। संचारी रोगों से बचाव से पशु और मानव दोनों सुरक्षित रहते हैं। इस महा अभियान में विश्व स्तरीय पशु फार्मा कंपनियों द्वारा भी प्रतिभाग किया गया । रेबीज व लेप्टोस्पाइरा एक घातक संचारी रोग है उस से बचाव हेतु स्ट्रीट पेट का एंटीरेबीज टीकाकरण किया गया एवं उपरोक्त बीमारियों से बचाव हेतु समय समय पर वैक्सीन के महत्व के संबंध में बताया गया।
परजीवी से फैलने वाले घातक संचारी रोगों जैसे स्क्रब टायफस, लाइम डिजीज, रॉकी माउंटेन स्पॉटेड फीवर, क्यू फीवर इत्यादि प्रमुख बीमारियों के बारे पेट ऑनर्स को इस बारे में भी जागरूक किया गया और इसके बचाव के लिए विभिन्न तरह के औषधियां भी दी गईं। परजीवियों से होने वाली उक्त बीमारियां मनुष्यों में जानलेवा हो सकती हैं यदि इसे समय पर पहचानकर इनका उपचार न शुरू किया जाए।
इस अवसर पर अध्यक्ष एवं महामंत्री तथा कोर कमेटी के सदस्यों डॉ राहुल चंद्रा , डॉ विजय कुमार पांडे,डा रजनीश, डा शशि विक्रम, डा नीरज डॉ कौशलेंद्र, डा विकास, डा सौरभ, ने अवगत कराया कि समय-समय पर अप्पा द्वारा ऐसे जागरूकता कार्यक्रम अप्पा के सदस्यों द्वारा उनकी क्लीनिक पर आयोजित किए जाते रहे हैं एवं भविष्य में भी किए जाएंगे ।
डॉ राहुल चंद्रा ने यह भी बताया कि यह पहली बार एक प्राइवेट पशुचिकित्सकों की संस्था ने स्वयं इतने सारे पेट क्लिनिक/हॉस्पिटल पर एक साथ एक दिन कैंप किए हैं जिससे अधिक से अधिक पैट्स व आवारा श्वान/बिल्लियों को लाभान्वित किया गया। इन शिविरों के माध्यम से 2573 श्वानों और बिल्लियों का टीकाकरण व उपचार किया गया।