कौशांबी: पड़ोसी फतेहपुर जिले के रहने वाले एक हिंदू परिवार ने यहां मुस्लिम परिवार की तरफ से दफनाए गए शव को अपने बेटे का होने का दावा किया है। डीएम के आदेश पर रविवार को शव को कब्र से डीएनए परीक्षण के लिए बाहर निकाला गया। डीएनए परीक्षण के बाद ही पता चल सकेगा कि यह शव रमजान का है या फिर सूरज का। इस मौके पर आसपास के गांववालों की भीड़ उमड़ पड़ी।
सैनी थाना क्षेत्र के दिल्ली हावड़ा रेल लाइन स्थित बनपुकरा गांव के सामने 21 जून को एक 20 वर्षीय युवक का शव मिला था। बिजलीपुर गांव निवासी शब्बीर ने अपने बेटे रमजान के रूप में शिनाख्त कर उसे अपने गांव के ही कब्र में दफना दिया था। पड़ोसी जिले फतेहपुर के धाता थाना क्षेत्र के धाता निवासी संतराज ने 28 जून को डीएम कौशांबी को प्रार्थना पत्र देकर कब्र में दफनाए गए शव को अपने बेटे सूरज का होने का दावा किया। उन्होंने मामले की जांच करने का निवेदन किया।
डीएनए लेने के बाद वापस दफनाया गया शव
डीएम सुजीत कुमार ने शव को कब्र से बाहर निकलवाकर तीन डॉक्टरों के पैनल से जांच करवाने के निर्देश दिए। शव को कब्र से बाहर निकालकर डॉक्टरों ने डीएनए जांच के लिए नमूने ले लिए हैं। इसके साथ ही शब्बीर और संतराज के भी खून के सैंपल लिए गए हैं। एक अधिकारी ने बताया कि डीएनए जांच के बाद ही यह निर्णय हो पाएगा कि शव रमजान का है या सूरज का। थानाध्यक्ष सैनी तेज बहादुर सिंह ने बताया कि शव से नमूने एकत्र करने के बाद उसे वापस दफना दिया गया है।
More Stories
पार्वती, कालीसिंध और चंबल परियोजना में मप्र में 22 बांधा, एमपी के 13 सौंदर्य को मिलेगा फायदा
झारखंड में भाजपा ने 30 बागी प्रत्याशियों को पार्टी से निकाला
CBSE Exam 2025: इस तारीख से शुरू होगी CBSE 10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षा, छत्तीसगढ़ में इतने स्टूडेंट्स देंगे एग्जॉम