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Noida News: डॉक्टर साहब, आपको फ्री में दिखाएंगे… मेडिकल रिप्रसेंटेटिव बनकर किया फोन, सपने दिखाकर 18 लाख ठग लिए

नोएडा: कहते हैं आज के जमाने में आपको कोई कुछ भी फ्री दे रहा है तो सचेत हो जाएं क्योंकि उसमें कुछ गडबड़ हो सकती है। ये पता होने के बावजूद लोग फ्री के चक्कर में आ जाते हैं और अपनी मेहनत की कमाई भी गंवा बैठते हैं। ऐसे ही लालच में आकर शहर के एक डॉक्टर से ठगों ने 18 लाख रुपये हड़प लिए। उन्होंने सेक्टर 36 साइबर क्राइम थाने पहुंचकर उनके साथ हुई ठगी शिकायत दिया।

शिकायत में डॉक्टर महकार सिंह खारी ने बताया कि वह परिवार के साथ ग्रेटर नोएडा के अल्फा 2 में रहते हैं और यथार्थ अस्पताल में हृदय रोग विशेषज्ञ हैं। उनके पास दो दिन पहले एक व्यक्ति ने कॉल की और खुद को फार्मा कंपनी का अधिकारी बताया। आरोपी ने कहा कि वह उनसे कई कॉन्फ्रेंस में मिला है।

ठग ने कहा कि उनकी कंपनी में एक ऑफर चल रहा है और इसके तहत उनके साथ जुड़े डॉक्टरों को विदेश में घूमने का टूर पैकज दे रहे हैं। इसी ऑफर के तहत उनके नाम एक दुबई का टूर पैकेज निकला है। इसमें वहां घूमने, पांच सितारा होटल में रुकने, शॉपिंग करने का पूरा खर्चा दवा बनाने वाली उनकी कंपनी उठाएगी। डॉक्टर ने बताया कि पहले भी कई फार्मा कंपनियों से ऐसे ऑफर मिलते थे, इसलिए लगा यह सही होगा।

पत्नी-बच्चों को ले जाने की भी बनाई प्लानिंग:
पीड़ित ने बताया कि पत्नी और बच्चे काफी दिन से विदेश घूमने जाने की इच्छा जाहिर कर रहे थे तो सोचा उनको भी ले चलूं। आरोपियों से बात करने पर उन्होंने कहा कि इसके बदले आपको कुछ फीस देनी होगी। इस पर वह तैयार हो गए। जालसाजों ने वॉट्सऐप के जरिए डॉक्टर से बैंक डिटेल, आधार कार्ड के साथ ही अन्य जानकारी ले ली।

1 घंटे बात करके ले ले सारी डिटेल:
करीब एक घंटे तक डॉक्टर को अपनी बातों में उलझाए रखने के बाद उनके फोन में एक ऐप डाउनलोड कराकर उनके फोन को हैक कर दिया। इसके बाद यूपीआई से जुड़े उनके 5 खाते से 8 बार में कुल 18 लाख 72 हजार रुपये कट गए। मेसेज आने पर उन्हें ठगी की जानकारी हुई।

सेक्टर 36 साइबर क्राइम थाना प्रभारी रीता यादव ने बताया कि पुलिस की एक टीम जांच में जुटी हुई है। जालसाज ने वॉट्सऐप कॉल की थी। इस वजह से डिटेल निकालने में समस्या हो रही है। पुलिस की टीमें सभी खातों में ट्रांसफर किए रुपये की जांच कर रही है।

फ्रीबी है पेशे के खिलाफ:
आईएमए के अध्यक्ष सुनील अवाना ने बताया कि किसी भी डॉक्टर को किसी व्यक्ति और कंपनी के द्वारा फ्री के गिफ्ट और अन्य समान लेना पेशे के खिलाफ माना जाता है। हालांकि इसके लिए किसी प्रकार का नियम नहीं है। बस इसे एक नैतिक कोड ऑफ कंडक्ट माना जाता है।

ये टिप्स बचा सकते हैं-

– KYC अपडेट के नाम पर कोई पिन, ओटीपी मांगें तो न दें। – फोन करके कोई ऐप डाउनलोड करने को बोले तो न करें।- व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से पहले वेबसाइट की अच्छे से जांच कर लें।- अज्ञात नंबर और व्यक्ति के भेजे लिंक को क्लिक ना करें।- किसी से भी पैसा प्राप्त करते समय अपने यूपीआई का पासवर्ड उसे ना बताएं।- अपने नेट बैंकिंग, यूपीआई, एटीएम का पासवर्ड हमेशा स्ट्रॉन्ग रखें।