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गोरखपुर
सबसे पहले बात करते हैं गोरखपुर की। यहां शहर के अधिकतर इलाकों में एक से दो फीट तक पानी भर गया। कुछ इलाकों में घरों और दुकानों में पानी घुस गया। सर्वाधिक दिक्कत अधूरे नालों की वजह से हुई।
मेडिकल कॉलेज रोड से सटी कॉलोनियों में बड़ी आबादी जलभराव के कारण घरों में कैद रही। देर रात तक इन इलाकों से पानी नहीं निकल पाया। कुछ इलाके ऐसे भी रहे जहां पिछली साल की तुलना में इस बार तेजी से पानी निकल गया।
संसाधनों के अभाव के संबंध में पार्षदों में नगर निगम प्रशासन के खिलाफ आक्रोश दिखाई पड़ा। कोई समय से संपवेल नहीं चलने से व्यवस्था को कोसता रहा, तो कोई पंपों में डीजल नहीं होने से नाराज था।
वाराणसी
वाराणसी में गुरुवार सुबह तापमान 28 डिग्री सेल्सियस से भी नीचे आ गया। जिससे गर्मी और उमस से बड़ी राहत मिली है। बीती रात लोगों को खिड़की-दरवाजा संग पंखा बंद करने पर भी गर्मी का एहसास नहीं हो रहा था।
आज सुबह से बारिश का सिलसिला जारी है। बुधवार को भी दिन में नम पुरवा हवाओं के साथ रुक-रुक कर बूंदाबांदी होती रही थी। वहीं देर रात गरज-चमक के साथ झमाझम बारिश हुई थी। इस दौरान कई जगहों पर बिजली गिरने की भी सूचना है। बारिश की वजह से मौसम में ठंड घुल गई है। जिले का मौसम बेहद सुहाना हो गया है। धूप का कोई असर नहीं है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गुरुवार को बारिश से मौसम सुहावना हो गया। तापमान में गिरावट आई और गर्मी से राहत मिली। गुरुवार को सुबह से ही झमाझम बारिश हुई। मेरठ में शहर से लेकर देहात तक कहीं कम तो कहीं पर ज्यादा बारिश हुई। बागपत, बिजनौर व मुजफ्फरनगर समेत सभी जिलों में बारिश हुई और सुबह ही मौसम नम रहा। दोपहर तक भी आसमान पर बादलों के कारण सूरज नजर नहीं आया।
हालांकि ब़ुधवार को दिनभर उमस से लोग परेशान रहे। दोपहर बाद आसमान में बादल भी छाए लेकिन लोगों को उमस से राहत नहीं मिली। इसके बाद शाम को ठंडी हवा चली और आसमान पर बादल छा गए।
आगरा
आगरा में गुरुवार सुबह मौसम में अचानक परिवर्तन हुआ। काले बादल मध्यम गति से बरसना शुरू हुए तो गर्मी और उमस से राहत मिली गई। हालांकि आगरा में बुधवार सुबह से हल्के बादल छाए हैं, लेकिन गर्मी और उमस से राहत नहीं मिली थी। मौसम विभाग के अनुसार मानसून के पूर्वी उत्तर प्रदेश से आगे बढ़ने के कारण अगले तीन दिनों में आगरा समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों में बारिश के आसार हैं।
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गोरखपुर
सबसे पहले बात करते हैं गोरखपुर की। यहां शहर के अधिकतर इलाकों में एक से दो फीट तक पानी भर गया। कुछ इलाकों में घरों और दुकानों में पानी घुस गया। सर्वाधिक दिक्कत अधूरे नालों की वजह से हुई।
मेडिकल कॉलेज रोड से सटी कॉलोनियों में बड़ी आबादी जलभराव के कारण घरों में कैद रही। देर रात तक इन इलाकों से पानी नहीं निकल पाया। कुछ इलाके ऐसे भी रहे जहां पिछली साल की तुलना में इस बार तेजी से पानी निकल गया।
संसाधनों के अभाव के संबंध में पार्षदों में नगर निगम प्रशासन के खिलाफ आक्रोश दिखाई पड़ा। कोई समय से संपवेल नहीं चलने से व्यवस्था को कोसता रहा, तो कोई पंपों में डीजल नहीं होने से नाराज था।
वाराणसी
वाराणसी में गुरुवार सुबह तापमान 28 डिग्री सेल्सियस से भी नीचे आ गया। जिससे गर्मी और उमस से बड़ी राहत मिली है। बीती रात लोगों को खिड़की-दरवाजा संग पंखा बंद करने पर भी गर्मी का एहसास नहीं हो रहा था।
आज सुबह से बारिश का सिलसिला जारी है। बुधवार को भी दिन में नम पुरवा हवाओं के साथ रुक-रुक कर बूंदाबांदी होती रही थी। वहीं देर रात गरज-चमक के साथ झमाझम बारिश हुई थी। इस दौरान कई जगहों पर बिजली गिरने की भी सूचना है। बारिश की वजह से मौसम में ठंड घुल गई है। जिले का मौसम बेहद सुहाना हो गया है। धूप का कोई असर नहीं है।
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