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Ram Nath Kovind in Vrindavan: राष्ट्रपति ने बांकेबिहारी मंदिर में की पूजा, कृष्णा कुटीर में माताओं से किया संवाद

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राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ठाकुर बांकेबिहारी की नगरी वृंदावन में हैं। सोमवार की सुबह करीब 9.45 बजे कृष्णा कुटीर के समीप बनाए गए हेलीपैड पर राष्ट्रपति का हेलीकॉप्टर उतरा। यहां उनका स्वागत प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। इसके बाद राष्ट्रपति, राज्यपाल और मुख्यमंत्री ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर के लिए रवाना हो गए। मंदिर में आम भक्तों का प्रवेश रोक दिया गया। राष्ट्रपति का आगमन होते ही लोकल फोर्स और अधिकारी हटाकर राष्ट्रपति के लिए आईं सुरक्षा एजेंसियों ने कमान संभाल ली। जो जहां है, उसे वहीं रोक दिया गया। 

राष्ट्रपति के स्वागत में किए गए विशेष इंतजाम  

राष्ट्रपति के स्वागत को ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में खास इंतजाम किए गए। मंदिरों को फूलों से सजाया गया। राष्ट्रपति के मंदिर परिसर में प्रवेश करते ही वेद मंत्रोच्चारण के मध्य स्वागत किया गया। इसके बाद गर्भगृह के सामने वीआईपी गैलरी में पहुंचे। पूजन में राष्ट्रपति जन-जन के आराध्य ठाकुर श्रीबांकेबिहारी को इत्र, गुलाब, फल एवं मिठाई निवेदित किया। ठाकुरजी देशी-विदेशी फूलों की छांव में विराजमान होकर दर्शन दिए। राष्ट्रपति काफी देर तक अपलक ठाकुर बांकेबिहारी की मनोहरी छवि निहारते रहे। दर्शन के दौरान कृष्णा कुटीर की पांच माताएं भी मंदिर में मौजूद रहीं। 

कृष्णा कुटीर में महिलाओं से किया संवाद 
बांकेबिहारी के दर्शन करने के बाद राष्ट्रपति कृष्णा कुटीर पहुंचे। यहां रहने वाली माताओं ने तिलक लगाकर राष्ट्रपति का स्वागत किया। राष्ट्रपति आश्रय सदन में करीब एक घंटे तक रहे। इस दौरान उन्होंने माताओं से संवाद किया। राष्ट्रपति ने कृष्णा कुटीर में माताओं द्वारा बनाए जा रहे विभिन्न उत्पादों को भी देखा। कृष्णा कुटीर में रहने वाली निराश्रित और बेसहारा माताएं आत्मनिर्भर बनने के लिए भगवान के कपड़े, कंठी माला, अगरबत्ती आदि बनाती हैं।

छावनी बना वृंदावन 

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की सुरक्षा को लेकर वृंदावन को छावनी में तब्दील कर दिया गया। चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात रहा। सोमवार की सुबह जिस मार्ग से राष्ट्रपति गुजरे, उस मार्ग को रविवार रात को ही सुरक्षा घेरे में ले लिया गया। एसएसपी डॉ गौरव ग्रोवर ने बताया कि राष्ट्रपति की सुरक्षा में दो डीआईजी, आठ एसपी की तैनाती की गई। 12 अपर पुलिस अधीक्षक के साथ-साथ आगरा जोन के 28 डिप्टी एसपी भी लगाए गए। बंदरों के आतंक से निपटने के लिए विभिन्न पॉइंट पर लंगूरों को तैनात किया गया है। 

विस्तार

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ठाकुर बांकेबिहारी की नगरी वृंदावन में हैं। सोमवार की सुबह करीब 9.45 बजे कृष्णा कुटीर के समीप बनाए गए हेलीपैड पर राष्ट्रपति का हेलीकॉप्टर उतरा। यहां उनका स्वागत प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। इसके बाद राष्ट्रपति, राज्यपाल और मुख्यमंत्री ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर के लिए रवाना हो गए। मंदिर में आम भक्तों का प्रवेश रोक दिया गया। राष्ट्रपति का आगमन होते ही लोकल फोर्स और अधिकारी हटाकर राष्ट्रपति के लिए आईं सुरक्षा एजेंसियों ने कमान संभाल ली। जो जहां है, उसे वहीं रोक दिया गया। 

राष्ट्रपति के स्वागत में किए गए विशेष इंतजाम  

राष्ट्रपति के स्वागत को ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में खास इंतजाम किए गए। मंदिरों को फूलों से सजाया गया। राष्ट्रपति के मंदिर परिसर में प्रवेश करते ही वेद मंत्रोच्चारण के मध्य स्वागत किया गया। इसके बाद गर्भगृह के सामने वीआईपी गैलरी में पहुंचे। पूजन में राष्ट्रपति जन-जन के आराध्य ठाकुर श्रीबांकेबिहारी को इत्र, गुलाब, फल एवं मिठाई निवेदित किया। ठाकुरजी देशी-विदेशी फूलों की छांव में विराजमान होकर दर्शन दिए। राष्ट्रपति काफी देर तक अपलक ठाकुर बांकेबिहारी की मनोहरी छवि निहारते रहे। दर्शन के दौरान कृष्णा कुटीर की पांच माताएं भी मंदिर में मौजूद रहीं। 

कृष्णा कुटीर में महिलाओं से किया संवाद 

बांकेबिहारी के दर्शन करने के बाद राष्ट्रपति कृष्णा कुटीर पहुंचे। यहां रहने वाली माताओं ने तिलक लगाकर राष्ट्रपति का स्वागत किया। राष्ट्रपति आश्रय सदन में करीब एक घंटे तक रहे। इस दौरान उन्होंने माताओं से संवाद किया। राष्ट्रपति ने कृष्णा कुटीर में माताओं द्वारा बनाए जा रहे विभिन्न उत्पादों को भी देखा। कृष्णा कुटीर में रहने वाली निराश्रित और बेसहारा माताएं आत्मनिर्भर बनने के लिए भगवान के कपड़े, कंठी माला, अगरबत्ती आदि बनाती हैं।