अभय सिंह, लखनऊ: उत्तर प्रदेश में दोबारा योगी सरकार बनने के बाद लगातार अधिकारियों को इधर से उधर किया जा रहा है। इसी क्रम में शनिवार को 11 आईएएस अफसरों का तबादला कर दिया गया। वहीं, आईएएस वंदना त्रिपाठी का भी तबादला कर दिया गया है। उन्हें नोएडा का विशेष कार्याधिकारी बनाया गया है।
2000 बैच की वंदना त्रिपाठी मौजूदा समय में सचिव उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग प्रयागराज के पद पर तैनात थीं। मिल रही जानकारी के मुताबिक, 2021 में संघ लोक सेवा आयोग की नई दिल्ली में हुई बैठक में यूपी के 25 पीसीएस अफसरों को आईएएस के पद पर पदोन्नति देने पर सहमति बनी थी। इसमें साल 1998, 1999 और 2000 बैच के पीसीएस अफसरों को पदोन्नति देने का प्रस्ताव संघ लोक सेवा आयोग में रखा गया था। वहीं, 2000 बैच के कुमार विनीत, कामता प्रसाद सिंह, धनंजय शुक्ला, रमेश चंद्र, के साथ वंदना त्रिपाठी को आईएएस पर प्रमोट करने का निर्णय हुआ था। इस लिस्ट में राजेश कुमार प्रजापति, मंजू लता, आशुतोष मोहन अग्निहोत्री व कपिल सिंह का नाम भी शामिल था।
वहीं, इलाहाबाद के झूंसी में रेलवे की करोड़ों की जमीन घोटाले में तहसीलदार सदर रहे आशुतोष कुमार सिंह और रिटायर्ड सीआरओ बीएल सरोज को जेल भेजने के बाद क्राइम ब्रांच ने कई अन्य अफसरों से पूछताछ कर साक्ष्य जुटाना था। इस सिलसिले में तत्कालीन एसपी क्राइम बृजेश मिश्र ने उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग की सचिव वंदना त्रिपाठी को कार्यालय बुलाकर कई जानकारी हासिल की थी। बता दें कि घोटाले के वक्त वंदना त्रिपाठी तत्कालीन एडीए सचिव थीं।
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