रामपुर: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के रामपुर लोकसभा सीट (Rampur Lok Sabha By Election) पर उप चुनाव की वोटिंग चल रही है। इस दौरान समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) की ओर से प्रशासन और सरकार पर लगातार हमला जारी है। सपा कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिए जाने का दावा किया जा रहा है। सपा का दावा है कि उनके 250 से 300 कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया गया है। रामपुर लोकसभा उप चुनाव की वोटिंग से पहले पुलिस की इस कार्रवाई पर पार्टी की ओर से करारा हमला बोला है। कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के मामले को लेकर आजम खान (Azam Khan) भी सक्रिय रहे। उनके सारी रात इस मामले की जानकारी लिए जाते रहने की बात कही जा रही है। वहीं, सपा के प्रत्याशी आसिम राजा (Asim Raza) भी थानों में जाकर गिरफ्तार कार्यकर्ताओं के बारे में जानकारी ली। पार्टी की ओर से दावा किया गया है कि सबसे अधिक अभद्रता थानेगंज में कार्यकर्ताओं से किया गया। इंस्पेक्टर पर लोगों के साथ मारपीट करने का आरोप लगाया गया है।
सपा प्रत्याशी ने कहा कि अगर वोट प्रतिशत गिरता है तो इसका पूरा दोष प्रशासन पर आएगा। आजम खान ने इस पूरे मामले पर तंज कसते हुए कहा कि यूपी में हमसे बड़ा अपराधी कौन है? इसलिए हमारे साथ जो चाहे करें। मुर्गी, बकरी, भैंस, पुस्तक और फर्नीचर के आरोपी हैं तो हमारे शहर को भी वैसा माना गया है। जो चाहे करे, हमें तो रहना है तो सहना है। आजम खान ने इस बयान के जरिए भावनात्मक रूप से क्षेत्र के लोगों को एकजुट करने की कोशिश की है।
वहीं, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी इस मामले पर करारा हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि भाजपा सरकार उप चुनाव में अपनी हार से घबराकर सपा कार्यकर्ताओं को रामपुर में थाने में बैठा रही है। उन्हें याद रहे, जहां लाखों लोग सपा के साथ हैं, वहां उनकी गीदड़-भभकी काम नहीं आने वाली है। जितना अधिक दबाव बढ़ेगा, सपा के समर्थन में उतना अधिक मतदान बढ़ेगा। सपा प्रत्याशी की ऐतिहासिक जीत होगी।
सपा उम्मीदवार ने प्रशासन पर साधा निशाना
सपा उम्मीदवार आसिम राजा ने प्रशासन और सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने हमारे 250 से 300 कार्यकर्ताओं को घर से उठा लिया है। पुलिस उन्हें अपने साथ ले गई है। इसे उन्होंने कार्यकर्ताओं पर हमला करार दिया। आसिम राजा ने प्रशासन से अपील की है कि प्रशासन शांतिपूर्ण मतदान कराने में सहायता करें। उन्होंने कहा कि पुलिस हमारे कार्यकर्ताओं को घरों से उठा रही है। जिले के हर थाने में पार्टी के सीनियर कार्यकर्ताओं को बंद किया गया है।
आसिम राजा ने कहा कि हमारे कार्यकर्ताओं को या तो थाने में बुलाया गया। या फिर उन्हें घरों से उठाया गया। उन्हें थाने में बैठाकर रखा गया। यह एक प्रकार का हमला पार्टी कार्यकर्ताओं पर है। राजा के बयान के बाद समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी का मामला गरमाने लगा।
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