सार
पीयूष जैन के तार पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में रहने वाले सुपाड़ी किंग से भी जड़े हैं। इसकी जांच भी आयकर करेगा। दरअसल इस साल 25 फरवरी को पश्चिम बंगाल की आयकर टीम ने सुपाड़ी किंग के सिलीगुड़ी समेत कई प्रतिष्ठानों पर कार्रवाई की थी।
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जेल में बंद कंपाउंड कारोबारी पीयूष जैन से आयकर विभाग के अफसरों ने शनिवार को करीब साढ़े पांच घंटे पूछताछ की। ज्यादातर सवाल उसके यहां से मिली करोड़ों की नकदी और सोने पर केंद्रित रहे। सूत्रों के अनुसार सवालों की सूची पीयूष जैन को देकर एक-एक सवालों के जवाब मांगे गए।
कितने साल से कारोबार कर रहे हो, कहां-कहां माल की सप्लाई की, किसको-किसको माल बेचते हो, इतना रुपया कितने सालों में कमाया जैसे सवाल प्रमुख रहे। अफसरों ने उसके बयान भी दर्ज किए। डीजीजीआई अहमदाबाद ने 22 दिसंबर 2021 को कारोबारी के कन्नौज स्थित घर, गोदाम, कानपुर के आनंदपुरी स्थित मकान पर छापा मारा था।
कानपुर स्थित मकान से 177.45 करोड़ और कन्नौज स्थित प्रतिष्ठान से 19 करोड़ समेत कुल 197 करोड़ कैश बरामद हुआ था। साथ ही 23 किलो सोना भी मिला था। आधा सोना विदेशी था, जो तस्करी कर लाया गया था।
सूत्रों ने बताया कि 10 दिन पहले डीजीजीआई ने प्रारंभिक रिपोर्ट आयकर विभाग को सौंपी थी। अब विभाग ने जांच शुरू करते हुए सबसे पहले पीयूष जैन से पूछताछ शुरू की। उससे पूछा कि जब पासपोर्ट नहीं है तो विदेशी सोना घर में कैसे मिला, किससे खरीदा। आयकर के रिटर्न केवल 15-18 लाख के बीच के हैं, जबकि कंपनी का रिटर्न सालाना सात करोड़ रुपये है। घर पर इतना कैश क्यों रखा, क्या घर में मिला कैश किसी पान मसाला या गुटखा कारोबारी का है या कंपाउंड के जरिये एकमुश्त रकम ली गई है।
पश्चिम बंगाल के सुपाड़ी किंग से कनेक्शन की भी होगी जांच
बताया गया कि पीयूष जैन के तार पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में रहने वाले सुपाड़ी किंग से भी जड़े हैं। इसकी जांच भी आयकर करेगा। दरअसल इस साल 25 फरवरी को पश्चिम बंगाल की आयकर टीम ने सुपाड़ी किंग के सिलीगुड़ी समेत कई प्रतिष्ठानों पर कार्रवाई की थी। इसमें पीयूष जैन का नाम आया था। सुपाड़ी खरीद के कई दस्तावेज मिले थे, जबकि पीयूष सुपाड़ी का काम नहीं करता था। जांच की जाएगी कि कहीं वह किसी और के लिए तो नहीं सुपाड़ी खरीदता था।
विस्तार
जेल में बंद कंपाउंड कारोबारी पीयूष जैन से आयकर विभाग के अफसरों ने शनिवार को करीब साढ़े पांच घंटे पूछताछ की। ज्यादातर सवाल उसके यहां से मिली करोड़ों की नकदी और सोने पर केंद्रित रहे। सूत्रों के अनुसार सवालों की सूची पीयूष जैन को देकर एक-एक सवालों के जवाब मांगे गए।
कितने साल से कारोबार कर रहे हो, कहां-कहां माल की सप्लाई की, किसको-किसको माल बेचते हो, इतना रुपया कितने सालों में कमाया जैसे सवाल प्रमुख रहे। अफसरों ने उसके बयान भी दर्ज किए। डीजीजीआई अहमदाबाद ने 22 दिसंबर 2021 को कारोबारी के कन्नौज स्थित घर, गोदाम, कानपुर के आनंदपुरी स्थित मकान पर छापा मारा था।
कानपुर स्थित मकान से 177.45 करोड़ और कन्नौज स्थित प्रतिष्ठान से 19 करोड़ समेत कुल 197 करोड़ कैश बरामद हुआ था। साथ ही 23 किलो सोना भी मिला था। आधा सोना विदेशी था, जो तस्करी कर लाया गया था।
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