लखनऊ: उत्तर प्रदेश में योगी सरकार (Yogi Sarkar) बनने के बाद सोमवार से पहला विधानसभा सत्र शुरू हो गया। सत्र के शुरू होते ही मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी ने जोरदार हंगामा किया। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण के दौरान लाल टोपी पहने सपा विधायकों ने महंगाई सहित कई मुद्दों पर योगी सरकार को घेरा। वहीं, नेता विरोधी दल एवं सपा मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने राज्यपाल के अभिभाषण को लेकर कहा कि आज राज्य विधानमंडल के समक्ष महामहिम राज्यपाल ने जो अभिभाषण पढ़ा, उसमें ना तो कुछ नयापन है और ना ही उसमें प्रदेश के विकास की कोई सुनियोजित मंशा ही दिखाई देती है।
अखिलेश ने बीजेपी सरकार पर साधा निशाना
सपा मुखिया ने कहा भाजपा सरकार की योजनाओं में भी आरएसएस के एजेंडे की झलक दिखाई देती है। एक खास समुदाय के प्रति उपेक्षा का भाव इसमें जाहिर है। गरीब, किसान, युवा, शिक्षक और व्यापारी वर्ग को सहूलियत तो मिली नहीं, उनकी तकलीफों को और बढ़ा दिया गया है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल जी ने भाजपा सरकार के थोथे दावों की पुस्तिका को ही पढ़कर अपने कार्यवृत्त की इति कर ली। इस किताब में कुछ भी सत्य नहीं है। जनता को भाजपा सरकार से गहरी निराशा ही हाथ लगी है।
जनता को सच्चाई पता है- सपा मुखिया
अखिलेश ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार कुछ कहे पर जनता को सब सच्चाई मालूम है कि भाजपा सरकार ने पिछले पांच साल में नाम और पत्थर बदलने में लगा दिए, जबकि आज भी वह जनहित की ठोस योजनाओं की प्रस्तुति से वंचित है। उन्होंने कहा कि नामों में कुछ हेरफेर के साथ राज्य सरकार ने जो योजनाएं पेश की हैं, वे सामान्यतया वही हैं, जिनका प्रारम्भ समाजवादी सरकार में हुआ था। चिकित्सा और शिक्षा के क्षेत्र में नया कुछ करने के बजाय समाजवादी सरकार के कामों को ही गिना दिया गया है। एक भी यूनिट बिजली का उत्पादन ना करने वाली भाजपा सरकार में लोग बिजली कटौती के चलते अंधेरे और भीषण तपिश में जीने को मजबूर हैं।
किसानों और नौजवानों को गुमराह किया- अखिलेश
महामहिम राज्यपाल के अभिभाषण पर सपा मुखिया ने कहा कि किसानों और नौजवानों को गुमराह किया है। किसान की फसल औने पौने दाम पर बिक रही है। एमएसपी की अनिवार्यता पर एक भी शब्द नहीं है। किसान की आय दोगुनी करने का वादा थोथा ही दिख रहा है। वहीं, अखिलेश ने कहा कि गन्ना किसानों के भुगतान की बड़ी राशि बकाया है। गेहूं खरीद का लक्ष्य पूरा नहीं हुआ।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा राज में निवेश के नाम पर कुछ भी नहीं हुआ। सपा सरकार ने तो आईटी हब बनाकर दिखा दिया और भाजपा कोई नया मॉडल भी नहीं बना सकी। उन्होंने कहा कि नौजवानों को रोजगार के लिए सरकार के पास कोई योजना नहीं है। भाजपा सरकार ने सिर्फ पेपर लीक और भर्ती घोटालों की सौगातें दी हैं। बेरोजगार नौजवानों की न्याय की मांग पर उन्हें सिर्फ लाठियों से पीटा गया। एक भी सैनिक स्कूल नहीं खोला गया।
सरकार के दावे पर अखिलेश का हमला
वहीं, सूबे की योगी सरकार द्वारा अपराध नियंत्रण के दावे पर सपा मुखिया ने कहा कि सीएम योगी और भाजपा सरकार द्वारा प्रदेश में अपराध में गिरावट के जो दावे किए जा रहे हैं, उनकी पोल राष्ट्रीय अपराध रेकार्ड ब्यूरों के आंकड़ों से खुल गई है। भाजपा सरकार में दुष्कर्म और महिला अपराध की घटनाएं आए दिन घट रही है। रोज ही लोगों की पुलिस हिरासत में मौतें हो रही हैं। अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार और प्रशासन तंत्र केवल अपने हितों के लिए ही निर्दोषों का उत्पीड़न कर रही है। उन्हें जनता की सुरक्षा से कोई वास्ता नहीं है। उत्तर प्रदेश की लापरवाह भाजपा सरकार अव्यवस्था और महिला अपराध में नंबर वन बन गई है।
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