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केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल से मिले औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता ’नन्दी’

उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने आज दिल्ली में केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग, उपभोक्ता मामले और कपड़ा मंत्री पीयूष गोयल से उनके आवास पर जाकर मुलाकात की। उत्तर प्रदेश में उद्योगों के विकास पर चर्चा की। बातचीत के दौरान केंद्रीय मंत्री ने उत्तर प्रदेश में वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट के तहत चयनित उद्योगों एवं उत्पादों को राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रचारित एवं प्रसारित करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों पर विस्तृत चर्चा की।
औद्योगिक विकास मंत्री ने केंद्रीय मंत्री को उत्तर प्रदेश में इंडस्ट्रियलिस्ट/व्यापारियों एवं विभिन्न व्यवसाय से जुड़े लोगों को सरकार की नीतियों से अवगत कराने और उनको व्यापक पैमाने पर विचारधारा से जोड़ने के लिए प्रत्येक जिले में सम्मलेनों के आयोजन पर विस्तृत चर्चा कर मार्गदर्शन प्राप्त किया। जिस पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने अपनी सहमति जताई।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि दावोस में आयोजित होने वाले विश्व आर्थिक मंच के जरिए उत्तर प्रदेश के ओडीओपी प्रोडक्ट को विश्व स्तर एक अलग पहचान मिलेगी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश के ओडीओपी उत्पाद स्विटजरलैंड के दावोस शहर में आयोजित कार्यक्रम के जरिए पूरे विश्व में पहुंचेंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महत्वाकांक्षी योजना ओडीओपी के तहत (एक जिला एक उत्पाद) निर्मित उत्पाद के जरिए पूरे विश्व में पहुंचेंगे। 22 से 26 मई तक दावोस में होने वाले वैश्विक आर्थिक मंच पर पूरी दुनिया से आने वाले प्रतिनिधियों को ओडीओपी उत्पादों का गिफ्ट हैंपर दिया जाएगा। केंद्र सरकार की मांग पर प्रदेश सरकार की ओर से इस ओडीओपी उत्पादों के 600 गिफ्ट हैंपर भेजे गए हैं। गिफ्ट हैंपर में कन्नौज का इत्र,  लखनऊ की चिकनकारी एवं जरी-जरदोजी के सामान, वाराणसी का रेशमी स्टॉल, प्रयागराज का मूंज प्रोडक्ट, मैनपुरी की तारकशी के उत्पाद और आजमगढ़ की ब्लैक पॉटरी के उत्पाद शामिल हैं। इन गिफ्ट हैंपरों से वैश्विक पटल पर ब्रांड यूपी की पहचान और परवान चढ़ेगी।
 प्रदेश के हर जिले के कुछ उत्पाद ऐसे हैं, जो अपनी खूबियों के नाते वहां की पहचान हैं। ऐसे उत्पादों के उत्पादन में पीढ़ियों से लोग लगे हैं। उनके परंपरागत हुनर के संरक्षण, संवर्धन के लिए प्रदेश सरकार ने 24 जनवरी 2018 को उत्तर प्रदेश के स्थापना दिवस पर इस महत्वाकांक्षी योजना का शुभारंभ किया था। बाद में केंद्र सरकार ने भी इस योजना की तारीफ की। इस योजना ने कम समय में पूरे देश में अपनी खास छाप छोड़ी है। उप्र से होने वाले निर्यात में ओडीओपी उत्पादों की हिस्सेदारी करीब 72 फीसदी है।