लखनऊ : एसआई, प्लाटून कमांडर और अग्निशमन अधिकारी द्वितीय की सीधी भर्ती सवालों के घेरे में आ गई है। तीन दिन के दौरान केवल लखनऊ से ही 41 मुन्नाभाई पकड़े जा चुके हैं जबकि करीब 20 से ज्यादा ऑनलाइन परीक्षा केंद्रों की भूमिका पर सवाल खड़ा हो गया है। वहीं, पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर (Former IPS Amitabh Thakur) ने भी दावा किया है कि उन्हें दी गई जानकारी के अनुसार एसआई भर्ती में परीक्षा लेने वाली एजेंसी एनएसईआईटी (NSEIT) ने गड़बड़ी करने के लिए स्क्रीनसेवर ऐप का इस्तेमाल किया। इस ऐप को चुनिंदा परीक्षा केंद्रों में लगे कंप्यूटर पर डाला गया जहां प्रश्नपत्र के साथ ही आंसर-की भी डाल के रखी गई। जिन अभ्यर्थियों से सेटिंग हुई, उन्हें ऐसे केंद्रों पर बैठाया गया, जहां उनके द्वारा अंतिम कुछ मिनटों में ही आंसर-की के सहारे प्रश्नपत्र पूरा कर दिया गया।
पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर के मुताबिक परीक्षा करवाने वाली एजेंसी एनएसईआईटी द्वारा मध्य प्रदेश में भी यही तरीका अपनाया पाया गया था। यही कारण है कि बोर्ड तथा एनएसईआईटी द्वारा परीक्षा के क्रम में अपने मास्टर कंप्यूटर में प्राप्त तमाम अनियमितताओं की सूचना दरकिनार की गई। इतना ही नहीं, उनके द्वारा कैंडिडेट रेस्पॉन्स लॉग(सीआरएस) की सूचना भी दरकिनार की गई, जिससे यह मालूम हो जाता कि अभ्यर्थियों द्वारा अंतिम समय में ही ताबड़तोड़ उत्तर दिए गए। अमिताभ ने इन की तमाम गड़बड़ियों के बारे में एफआईआर दर्ज करने के लिए सीजेएम लखनऊ को प्रार्थनापत्र दिया।
वहीं, भर्ती को लेकर इको गार्डन में भी परीक्षा को निरस्त कराने के लिए प्रदर्शन जारी है। आरोप है कि जिन केंद्रों की छवि ठीक नहीं थी, उनको भी केंद्र बनाया गया। खासकर आगरा, मेरठ, गोरखपुर, कानपुर, गाजियाबाद, वाराणसी, नोएडा के तमाम परीक्षा केंद्रों की भूमिका शक के दायरे में है। भर्ती बोर्ड द्वारा पिछले तीन दिनों में की गई जांच में भी यह बात सामने आ रही है। अधिकतर गड़बड़ियां पश्चिमी उप्र के जिलों में सामने आई हैं जहां पर अभ्यर्थियों ने अपने स्थान पर दूसरे को बैठाकर परीक्षा दिलाई थी और अब शारीरिक दक्षता परीक्षा में उनकी पोल खुलती जा रही है।
More Stories
Rishikesh में “अमृत कल्प” आयुर्वेद महोत्सव में 1500 चिकित्सकों ने मिलकर बनाया विश्व कीर्तिमान, जानें इस ऐतिहासिक आयोजन के बारे में
एमपी का मौसम: एमपी के 7 शहरों में तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे, भोपाल में तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे
Mallikarjun Kharge झारखंड का जल, जंगल, जमीन लूटने के लिए सरकार बनाना चाहती है भाजपा: खड़गे