आगरा के डॉक्टर भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय का पेपर लीक मामले में पकड़े गए अछनेरा के हरचरण लाल महाविद्यालय के प्राचार्य अनेक सिंह से पुलिस को कई जानकारी मिली हैं। प्रबंध समिति ने उसे पेपर लीक के बाद प्राचार्य के पद से हटा दिया था। उसके स्थान पर किसान जगवीर को कार्यवाहक प्राचार्य बना दिया था। इतना ही नहीं पेपर वायरल होने के बाद सौ-सौ रुपये में बिका था।
पेपर लीक मामले में थाना लोहामंडी में दो मुकदमे दर्ज हुए थे। बुधवार को पुलिस ने अनेक सिंह को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने उससे पूछताछ की। थाना लोहामंडी के प्रभारी निरीक्षक देवेंद्र शंकर पांडेय ने बताया कि पेपर लीक में अनेक सिंह का नाम आने के बाद पुलिस उसे तलाश कर रही थी। इसकी जानकारी उसके कॉलेज की प्रबंध समिति को भी हो गई थी। इस पर समिति ने आनन-फानन में अनेक सिंह को निलंबित कर दिया था।
किसान को बना दिया कार्यवाहक प्राचार्य
पुलिस 16 मई को कॉलेज में जांच करने पहुंची थी। तब जगवीर मिला था। पुलिस की पूछताछ में जगवीर ने बताया था कि वह प्राचार्य हैं। पेपर लीक के बारे में जानकारी से इनकार कर दिया। यह भी बताया कि उन्हें 15 मई को ही कार्यवाहक प्राचार्य नियुक्त किया गया है। इसका पत्र भी दिखाया। वह एमए पास है। खेती भी करते हैं। नियुक्ति पत्र प्रबंधक एवं सचिव अशोक ने जारी किया था। जगवीर की पेपर लीक में कोई भूमिका सामने नहीं आई। अब पुलिस प्रबंधक अशोक, शिक्षक रविशंकर और कोचिंग संचालक की तलाश कर रही है।
पेटीज, कोल्ड ड्रिंक और चाऊमीन के बदले दोस्तों को भेजा पेपर
पुलिस की पूछताछ में यह भी पता चला है कि पेपर वायरल होने के बाद छात्रों ने सौ-सौ रुपये में एक-दूसरे को शेयर किया था। कई छात्र तो ऐसे थे, जिन्होंने मोबाइल पर आउट प्रश्नपत्र भेजने के बदले अपने साथियों से पेटीज, चाऊमीन खिलाने और कोल्ड ड्रिंक तक की शर्त रखी थी।
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