लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने मुकुल गोयल को शासकीय कार्यों की अवहेलना करने, विभागीय कार्यों में रूचि नहीं लेने और अकर्मण्यता के चलते डीजीपी पद से हटा दिया था। पुलिस महानिदेशक (Director General Of Police) के पद से हटाने के बाद आईपीएस देवेंद्र सिंह चौहान (IPS Devendra Singh Chauhan) को उत्तर प्रदेश के डीजीपी का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।
गुरुवार को यूपी के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने पत्र जारी करते हुए यह जानकारी दी है। बता दें कि डीएस चौहान 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। वह 15 फरवरी 2020 से डीजे इंटेलिजेंस के पद पर कार्यरत रहें हैं।
1998 बैच के आईपीएस अफसर हैं डीएस चौहान
बुधवार को उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक मुकुल गोयल को पद से हटा दिया गया था। अब उनके बाद 1998 बैच के आईपीएस अफसर डीएस चौहान हैं। वह 15 फरवरी 2022 से डीजी इंटेलीजेंस के पद पर कार्यरत हैं।
रेस में आगे चल रहा नाम
इसके अलावा चौहान के पास यूपी सतर्कता अधिष्ठान (विलेंलेंस) के निदेशक का भी कार्यभार है। आईपीएस डीएस चौहान का नाम उत्तर प्रदेश के नए पुलिस महानिदेशक की रेस में सबसे आगे चल रहा था और अब उनको उत्तर प्रदेश डीजीपी का अतिरिक्त प्रभार सौंप दिया गया है।
इसलिए मुकुल गोयल को पद से हटाया गया
बता दें कि बीते बुधवार देर शाम डीजीपी मुकुल गोयल को पद से हटा दिया गया था। उन्हें शासकीय कार्यों की अवहेलना करने, विभागीय कार्यों में रूचि नहीं लेने और अकर्मण्यता के चलते पुलिस महानिदेशक की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुक्त कर दिया है।
मुकुल गोयल नागरिक सुरक्षा विभाग के महानिदेशक
मुकुल गोयल को नागरिक सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है। मुकुल गोयल नागरिक सुरक्षा विभाग के महानिदेशक बनाए गए हैं। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मुकुल गोयल को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से वापस लाकर राज्य का पुलिस महानिदेशक बनाया गया था।
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