लखनऊ : उत्तर प्रदेश की रामपुर विधानसभा सीट से सपा विधायक आजम खान (Azam khan) को गुरुवार को एक मामले में पेशी के लिये सीतापुर जेल (Sitapur Jail) से लखनऊ लाया गया। बताया जा रहा है करीब 28 महीनों से जेल में बंद सपा विधायक आजम खान जल निगम भर्ती घोटाले में भी आरोपी हैं। उसी के चलते बृहस्पतिवार को उन्हें लखनऊ की सीबीआई कोर्ट में पेश होना था। जानकारी के मुताबिक, सपा विधायक आजम खान पर अभी आरोप तय नहीं हुए हैं।
सपा विधायक आजम खान के पक्ष में वकील अलीम रहमान ने बताया कि गुरुवार को आजम खान को पेशी के लिये कोर्ट में बुलाया था। लेकिन 207 के लिए जो कॉपियां दी गई थीं उसमें कुछ कमियां थीं। जिस पर ऑब्जेक्शन फाइल किया गया था। ऑब्जेक्शन पर कोर्ट ने सरकारी पक्ष से पूछा, तो सरकारी पक्ष ने माना कि कुछ चीजें हैं जो प्रोवाइड नहीं की गई हैं। जब प्रोवाइड कर देंगे, उसके बाद हम लोग डिस्चार्ज मूव करेंगे। उन्होंने बताया कि अभी इस स्टेज पर डिस्चार्ज मूव नहीं हुआ है। अभी आजम खान पर आरोप तय नहीं हुए हैं।
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2012 से 2017 के बीच अखिलेश सरकार में सपा नेता आजम खां कद्दावर मंत्रियों में शुमार थे। यही कारण था कि अखिलेश सरकार में आजम खान को नगर विकास और संसदीय कार्य मंत्री का जिम्मा सौंपा गया था। उसी कार्यकाल में जल निगम में जूनियर इंजीनियर की भर्ती के घोटाले का मामला सामने आया था। जब जल निगम में भर्तियां हुई थीं उस वक्त सपा के कद्दावर मंत्री आजम खान निगम के चेयरमैन भी थे।
जानकारी के मुताबिक, 1300 से ज्यादा पदों पर भर्ती में गड़बड़ी का मामला है। इस मामले में आजम समेत कई और लोग भी आरोपी बनाए गए थे। 2017 में बीजेपी सरकार बनने के बाद इन भर्तियों में जांच के आदेश दिए गए थे। वहीं, इस केस की जांच भले ही सीबीआइ के पास हो लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार की एसआइटी की टीम कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। इस मामले में आजम खां को इलाहाबाद हाईकोर्ट से जमानत मिल चुकी है।
बता दें, समाजवादी पार्टी के विधायक आजम खां करीब फरवरी 2020 से सीतापुर जिला जेल में बंद हैं। उनकी पत्नी तंजीम फातिमा व विधायक बेटे अब्दुल्ला आजम जमानत पर रिहा हो चुके हैं। हाल ही में सम्पन्न हुए विधानसभा चुनाव में आजम खां ने सीतापुर जेल से ही चुनाव भी लड़ा था और बड़े अंतर से जीत हासिल की थी। फिलहाल उनकी रिहाई के कयास लगातार लगाए जा रहे हैं। कुछ मामलों में जमानत भी मिल चुकी है अभी कुछ एक मामले में जमानत मिलना बाकी है।
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