चंदौली: यूपी के चंदौली में सैयदराजा थाना क्षेत्र में हुए पुलिस दबिश के दौरान युवती की मौत (Chandauli Raid Girl Death Case) का मामला अब पूरे राजनैतिक रंग में ढल चुका है। पीड़ित परिवार के घर हर रोज विपक्ष पार्टियों के बड़े नेताओं का आना-जाना लगा है। इसी कड़ी में शुक्रवार को भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद (bhim army chief chandrashekhar azad) और आम आदमी पार्टी से सांसद संजय सिंह (AAP Leader Sanjay Singh) चंदौली पहुंचे। दोनों ने सैयदराजा के मनराजपुर स्थित पीड़ित कन्हैया यादव के आवास पर परिजनों से मुलाकात की। चंद्रशेखर ने मामले में सीबीआई जांच की मांग की। वहीं संजय सिंह ने पूछा कि पुलिस वालों पर हत्या का मुकदमा अब तक दर्ज क्यों नहीं किया गया है।
भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण ने मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी न होने पर पुलिस प्रशासन पर सवाल खड़े किए। उन्होंने उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा करते हुए बताया कि जब रक्षक ही भक्षक बन जाएंगे तो बेटियों को कैसे सुरक्षित रखेंगे। उन्होंने बताया कि पीड़ित परिवार का साथ देने के कारण हो सकता है कि पुलिस उनके कार्यकर्ताओं पर झूठा मुकदमा लादे। इससे भयभीत नहीं है। उन्होंने मामले में CBI जांच की मांग करते हुए कहा कि अगर 72 घंटे के अंदर अभियुक्तों की गिरफ्तारी नहीं होती है तो जिला मुख्यालय पर अनिश्चित कालीन धरना चेलेगा, जिसे वह खुद लीड करेंगे।
दबिश कांड में पुलिस का रोल भयावह
इसी कड़ी में आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद और उत्तर प्रदेश के प्रभारी संजय सिंह भी पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने बताया कि इस दबिश कांड में पुलिस का भयावह रोल रहा। उन्होंने दुसरे विपक्ष नेताओं का बात दोहराते हुए बताया कि मामले में 302 यानी हत्या का मुकदमा क्यों नहीं दर्ज हुआ? उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए बताया कि सैयदराजा थाना नीलाम होता है और भाजपा अपने चहिते लोगों को थानाध्यक्ष बनाते है। उन्होंने सैयदराजा के भाजपा विधायक सुशील सिंह पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने अभियुक्तों की गिरफ्तारी का मांग करते हुए बताया कि इस मामले को लेकर आम आदमी पार्टी यूपी के सारे जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन करेगी।
चंदौली कांड में क्या हुआ था
जानकारी के मुताबिक सैयदराजा थाना क्षेत्र के मनराजपुर निवासी जिला बदर आरोपी कन्हैया यादव के घर पुलिस के दबिश के दौरान उसकी बेटी की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई थी। पुलिस पर मारपीट करके कन्हैया की पुत्री निशा यादव उर्फ गुड़िया को मौत के घाट उतारने का आरोप लगा। इस मामले में निरीक्षक उदय प्रताप सिंह सहित कुल छह पुलिस कर्मियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा पंजीकृत हो चुका है। एसपी ने प्रेस कांफ्रेंस कर ये साफ किया था कि पीएम रिपोर्ट में मौत का कारण पता नहीं चला है। वहीं पुलिस सूत्रों का कहना है कि फॉरेंसिक जांच में मौत का कारण पार्शियल हैंगिंग है। हालांकि आधिकारिक तौर पर इस बात की पुष्टि अभी नहीं किया गया है।
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